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भारत का AI मिशन दुनिया के लिए मिसाल : 38,000 GPU की तैनाती और जल्द आएगा ‘Sovereign AI Model’

भारत ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में नई ऊंचाई छू ली है। IndiaAI Mission के तहत सरकार ने शुरुआती 10,000 GPU के लक्ष्य के मुकाबले 38,000 GPUs की तैनाती कर दी है। यह लक्ष्य से चार गुना अधिक है — और अब यह उपलब्धि भारत को दुनिया के शीर्ष AI सक्षम देशों की श्रेणी में ला रही है।

सिर्फ ₹65 प्रति घंटे में सुपरफास्ट कंप्यूटिंग

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने इन GPUs को डेवलपर्स और स्टार्टअप्स के लिए ₹65 प्रति घंटे की सस्ती दर पर उपलब्ध कराया है। इसका उद्देश्य है कि छोटे स्टार्टअप्स और रिसर्च लैब्स भी बड़े भाषा मॉडल्स (LLMs) या AI टूल्स विकसित कर सकें। MeitY के अतिरिक्त सचिव अभिषेक सिंह ने कहा कि यह कदम भारत के लिए “AI आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा मील का पत्थर” साबित होगा।

12 भारतीय कंपनियां बना रहीं हैं फाउंडेशन मॉडल्स

इस समय 12 भारतीय कंपनियां अपने-अपने Foundation Models पर काम कर रही हैं, जिनमें से दो मॉडल इस साल के अंत तक तैयार हो जाएंगे। ये मॉडल भारत की विविध भाषाओं और स्थानीय डेटा पर आधारित होंगे ताकि देश को एक “भारतीय संदर्भ वाला AI मॉडल” मिले।

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MeitY सचिव स. कृष्णन ने कहा — “इस साल के अंत तक हमारा पहला पूर्ण भारतीय फाउंडेशन मॉडल तैयार होगा। और India AI Summit तक भारत का Sovereign AI Model लॉन्च कर दिया जाएगा।”

क्या है ‘Sovereign AI Model’?

‘Sovereign AI Model’ यानी ऐसा AI सिस्टम जो पूरी तरह भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर, डेटा और नीति ढांचे पर आधारित हो। इसका डेटा न तो विदेशों में संग्रहीत होगा और न ही विदेशी क्लाउड पर ट्रेन किया जाएगा। इससे डेटा गोपनीयता, डिजिटल संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा तीनों मजबूत होंगी। 10,000 करोड़ का मिशन, 100% घरेलू क्षमता के साथ IndiaAI Mission के लिए सरकार ने ₹10,000 करोड़ का कोष आवंटित किया है।

इस मिशन में तीन प्रमुख स्तंभ हैं —

सरकार का लक्ष्य है कि भारत न केवल AI तकनीक का उपयोग करे, बल्कि स्वयं का AI Innovation Hub बने।

विश्व पटल पर भारत की पहचान

भारत का Sovereign AI मॉडल न केवल घरेलू स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा में है। जहां यूरोप और अमेरिका डेटा सुरक्षा और AI रेगुलेशन पर काम कर रहे हैं, वहीं भारत ऐसा संतुलित मॉडल बना रहा है जो विकासशील देशों के लिए प्रेरणा बनेगा। AI विशेषज्ञों का मानना है कि “भारत का यह कदम ग्लोबल साउथ देशों के लिए ‘Responsible AI’ का नया फ्रेमवर्क तैयार करेगा।”

आगे की दिशा

IndiaAI Mission के तहत आने वाले महीनों में सरकार कुछ और अहम पहल करने जा रही है:

भारत का AI इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन अब केवल तकनीकी प्रगति नहीं बल्कि डिजिटल स्वतंत्रता का प्रतीक बन चुका है। 38,000 GPUs की तैनाती, सस्ती कंप्यूट दरें, और स्थानीय मॉडल विकास ने यह साबित कर दिया है कि भारत अब केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि AI नवाचार में अगुआ बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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