श्रेयस अय्यर की हालत में सुधार, लेकिन अभी ICU में भर्ती : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में लगी थी गंभीर चोट, BCCI ने दी हेल्थ अपडेट

श्रेयस अय्यर

भारतीय क्रिकेट टीम के उप-कप्तान श्रेयस अय्यर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच के दौरान लगी गंभीर चोट के बाद सिडनी के अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में रखा गया है, जहां उनकी हालत अब स्थिर लेकिन निगरानी में बताई जा रही है।

क्या हुआ था मैदान पर?

यह हादसा 25 अक्टूबर को सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले के दौरान हुआ। फील्डिंग करते समय श्रेयस अय्यर ने एलेक्स कैरी का शानदार कैच पकड़ने के लिए पीछे की ओर दौड़ लगाई, लेकिन असंतुलित होकर जोर से गिर पड़े। गिरने के दौरान उनकी बाईं पसलियों पर तेज चोट लगी, और कुछ देर बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द महसूस हुआ।

मैच खत्म होने से पहले ही टीम के फिजियो और डॉक्टरों ने उन्हें मैदान से बाहर ले जाकर प्राथमिक उपचार दिया। हालत गंभीर दिखने पर उन्हें तुरंत सिडनी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

ICU में भर्ती, इंटरनल ब्लीडिंग की पुष्टि

डॉक्टरों की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि श्रेयस की पसलियों के पास आंतरिक रक्तस्राव (Internal Bleeding) हो रहा है और उनकी स्प्लीन (तिल्ली) को भी हल्की चोट पहुंची है। इसके चलते उन्हें ICU में भर्ती किया गया, जहां विशेषज्ञ डॉक्टर लगातार निगरानी कर रहे हैं।

श्रेयस अय्यर

BCCI की मेडिकल टीम ने पुष्टि की है कि श्रेयस की हालत अब स्थिर है, लेकिन उन्हें अगले कुछ दिनों तक अस्पताल में रहना होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा — “श्रेयस की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है और वे सिडनी में ही मेडिकल टीम की देखरेख में रहेंगे।”

परिवार रवाना, टीम इंडिया चिंतित

श्रेयस अय्यर के माता-पिता ने अपने बेटे से मिलने के लिए तुरंत ऑस्ट्रेलिया जाने का निर्णय लिया है। उन्हें वीज़ा प्रक्रिया में प्राथमिकता दी गई है। टीम इंडिया के खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ लगातार अस्पताल से संपर्क में हैं। कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने भी अय्यर के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

BCCI का आधिकारिक बयान

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपनी वेबसाइट पर जारी मेडिकल अपडेट में कहा : “श्रेयस अय्यर को सिडनी में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेडिकल जांच में पसलियों के पास इंटरनल ब्लीडिंग की पुष्टि हुई है। उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है और बोर्ड की मेडिकल टीम स्थानीय विशेषज्ञों के साथ समन्वय कर रही है।”

वापसी में लग सकता है समय

सूत्रों के अनुसार, श्रेयस को पूरी तरह फिट होने में कम से कम 2 से 3 सप्ताह का समय लग सकता है। ऐसे में उनके अगले महीने शुरू होने वाली टी20 सीरीज़ में खेलने की संभावना फिलहाल कम मानी जा रही है।

फैंस की दुआएं सोशल मीडिया पर

श्रेयस अय्यर के अस्पताल में भर्ती होने की खबर के बाद #PrayForShreyas सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। फैंस और साथी खिलाड़ी लगातार उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।

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जब ऋतिक रोशन मिले अपने आइडल जैकी चैन से – बोले, “मेरी टूटी हुई हड्डियाँ आपकी टूटी हुई हड्डियों का सम्मान करती हैं”

ऋतिक रोशन

बॉलीवुड सुपरस्टार ऋतिक रोशन ने हाल ही में अपना सबसे बड़ा फैन मोमेंट जीया, जब वह हॉलीवुड के दिग्गज जैकी चैन से मिले। दोनों एक्शन सितारों की यह मुलाकात अमेरिका के बेवर्ली हिल्स में हुई, और सोशल मीडिया पर ऋतिक की साझा की गई तस्वीरें अब वायरल हो चुकी हैं।

बेवर्ली हिल्स में दो एक्शन लीजेंड्स की मुलाकात

ऋतिक इन दिनों अपनी गर्लफ्रेंड सबा आज़ाद के साथ अमेरिका में छुट्टियाँ मना रहे हैं। इसी दौरान उन्हें मौका मिला अपने बचपन के हीरो जैकी चैन से मिलने का। दोनों ने होटल के बाहर कुछ वक्त साथ बिताया और तस्वीरें खिंचवाईं। ऋतिक ने यह तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए एक दिल को छू लेने वाला, लेकिन मजाकिया कैप्शन लिखा  “यहाँ आपसे मिलकर अच्छा लगा, सर @jackiechan।

मेरी टूटी हुई हड्डियाँ आपकी टूटी हुई हड्डियों का सम्मान करती हैं। हमेशा और हमेशा के लिए।”

ऋतिक के इस कैप्शन ने फैंस के चेहरे पर मुस्कान ला दी। यह पंक्ति दोनों कलाकारों की जिंदगी और करियर की कहानी बखूबी बयान करती है — दोनों ही ऐसे एक्शन स्टार हैं जिन्होंने अपने स्टंट्स खुद किए, और अक्सर चोटें खाने के बावजूद कभी हार नहीं मानी।

“दो लीजेंड्स एक फ्रेम में” — सोशल मीडिया पर बवाल

ऋतिक और जैकी की तस्वीरें सामने आते ही इंटरनेट पर जैसे हलचल मच गई। कुछ ही घंटों में पोस्ट पर लाखों लाइक्स आ गए। बॉलीवुड अभिनेता टाइगर श्रॉफ, जो खुद जैकी चैन के प्रशंसक हैं, ने कमेंट किया — “Whatt🔥❤️”। फैंस ने इस मुलाकात को “दो पीढ़ियों के एक्शन आइकॉन का एक फ्रेम में आना” बताया। कई यूज़र्स ने मज़ाक में लिखा कि, “अगर ये दोनों साथ में फिल्म करें तो बॉक्स ऑफिस फट जाएगा।”

क्या साथ दिख सकते हैं किसी प्रोजेक्ट में?

ऋतिक रोशन की यह पोस्ट आते ही सोशल मीडिया पर अटकलें लगने लगीं कि क्या जैकी चैन और ऋतिक रोशन किसी इंटरनेशनल एक्शन फिल्म में साथ नजर आ सकते हैं। कुछ फैंस ने यह भी कहा कि शायद जैकी चैन ‘कृष 4’ में एक खास भूमिका में दिखाई दें — हालांकि इस पर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

एक्शन के दो मास्टर — एक समान जज़्बा

जैकी चैन और ऋतिक रोशन दोनों ही अपने शारीरिक कौशल, अनुशासन और स्टंट्स के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते हैं। जैकी चैन की तरह, ऋतिक ने भी अपनी फिल्मों में कई बार असली स्टंट्स किए हैं — चाहे वह “बैंग बैंग” का हेलिकॉप्टर सीन हो या “वॉर” की हाई-ऑक्टेन चेज़। दोनों कलाकारों की यह मुलाकात न सिर्फ एक फैन मोमेंट थी, बल्कि दो संस्कृतियों के एक्शन सिनेमा का संगम भी थी।

“Kung Fu Fighting” और जैकी चैन को श्रद्धांजलि

ऋतिक रोशन ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में कार्ल डगलस के मशहूर गीत “Kung Fu Fighting” को बैकग्राउंड में लगाया — जो जैकी चैन की मार्शल आर्ट्स विरासत के प्रति एक खूबसूरत श्रद्धांजलि थी।

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‘GDN’ में आर. माधवन का जबरदस्त ट्रांसफॉर्मेशन – भारत के एडिसन” जी.डी. नायडू के किरदार में पहचानना हुआ मुश्किल

GDN

अभिनेता आर. माधवन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब बात चुनौतीपूर्ण किरदारों की आती है, तो उनसे बेहतर कोई नहीं। अपनी आगामी बायोपिक ‘GDN’ के फर्स्ट लुक टीज़र में माधवन का लुक देखकर दर्शक दंग रह गए हैं। फिल्म में वह भारत के महान आविष्कारक जी.डी. नायडू की भूमिका निभा रहे हैं — जिन्हें “भारत का एडिसन (Edison of India)” कहा जाता है।

पहचानना हुआ मुश्किल — माधवन का अविश्वसनीय लुक

सोमवार को जारी इस फर्स्ट लुक टीज़र में आर. माधवन का रूप और व्यक्तित्व पूरी तरह बदल चुका नजर आता है। फिल्म में उन्हें जी.डी. नायडू के युवा से लेकर वृद्ध अवस्था तक के जीवन सफर को जीते हुए दिखाया गया है। उनके बाल, चेहरे की बनावट, और भावनाओं की बारीक अभिव्यक्ति देखकर दर्शक हैरान हैं।

सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने लिखा, “माधवन अब भारत के क्रिश्चियन बेल बन गए हैं!” — क्योंकि उन्होंने भी अपने किरदार के लिए जबरदस्त फिजिकल और इमोशनल ट्रांसफॉर्मेशन किया है।

कौन थे जी.डी. नायडू — ‘भारत के एडिसन’?

गोपालसामी दोरायस्वामी नायडू (G.D. Naidu) कोयंबटूर के रहने वाले एक महान आविष्कारक, इंजीनियर और उद्योगपति थे। उन्हें भारत का एडिसन इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने भारत की पहली इलेक्ट्रिक मोटर बनाने के साथ-साथ कई नवाचारों में अग्रणी भूमिका निभाई।

GDN

उनकी तकनीकी प्रतिभा और जिज्ञासा ने उन्हें देश के औद्योगिक विकास का प्रतीक बना दिया। उनके जीवन पर बनी यह बायोपिक विज्ञान, नवाचार और देशभक्ति की प्रेरणादायक कहानी पेश करने वाली है।

फिल्म की टीम और निर्माण

‘GDN’ का निर्देशन मिथुन आर. जवाहर ने किया है, जबकि इसे मीडियावन ग्लोबल एंटरटेनमेंट लिमिटेड के बैनर तले बनाया जा रहा है। फिल्म के सिनेमैटोग्राफर और मेकअप टीम ने माधवन के किरदार को प्रामाणिक बनाने के लिए महीनों तक रिसर्च की।

फिल्म के क्रिएटिव कंसल्टेंट्स के अनुसार, “हम चाहते थे कि दर्शक जी.डी. नायडू को केवल एक वैज्ञानिक के रूप में नहीं, बल्कि एक इंसान के रूप में महसूस करें — और माधवन ने यह कमाल कर दिखाया है।”

फैंस और इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया

टीज़र रिलीज़ होते ही #R Madhavan और #GDN ट्विटर और इंस्टाग्राम पर ट्रेंड करने लगे। फैंस ने माधवन की तारीफ में लिखा — “यह सिर्फ एक लुक नहीं, बल्कि भारतीय बायोपिक सिनेमा के लिए एक नया मानक है।” फिल्म समीक्षकों ने भी कहा कि यह भूमिका आर. माधवन के करियर की सबसे चुनौतीपूर्ण और यादगार परफॉर्मेंस साबित हो सकती है।

रिलीज़ डेट और उम्मीदें

हालांकि फिल्म की रिलीज़ डेट अभी आधिकारिक रूप से घोषित नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक ‘GDN’ 2026 की शुरुआत में थिएटर्स में रिलीज़ की जा सकती है। यह फिल्म तमिल और हिंदी दोनों भाषाओं में रिलीज़ होगी, जबकि इसके तेलुगु और मलयालम डब वर्ज़न भी तैयार किए जा रहे हैं।

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कॉमेडी के बादशाह Satish Shah नहीं रहे – पर उनके किरदार आज भी ज़िंदा हैं”

Satish Shah

रंगमंच से मनोरंजन की ऊँचाइयाँ

25 जून 1951 को मुंबई में जन्मे Satish Shah ने अपनी कला-यात्रा की शुरुआत थिएटर और फिल्म प्रशिक्षण से की। उन्होंने सेंट ज़ेवियर कॉलेज के बाद Film and Television Institute of India (FTII) से एक्टिंग की बारीकियाँ सीखीं। 1978 में उनकी पहली फिल्म ‘Arvind Desai Ki Ajeeb Dastaan’ रिलीज हुई थी। उनकी प्रतिभा जल्द ही टीवी और बॉलीवुड दोनों में पहचान बनी।

महान किरदार और कुछ जीवन की कड़िया:-

1983 की क्लासिक फिल्म ‘Jaane Bhi Do Yaaro’ में D’Mello का किरदार उन्हें पहचान दिला गया—कॉमेडी में गहरी पकड़ और चरित्र-विविधता का मास्टरसेस।  टीवी पर उनका नाम 1984-की सीरियल ‘Yeh Jo Hai Zindagi’ (जहाँ उन्होंने हर एपिसोड में अलग किरदार निभाया) और ‘Sarabhai vs Sarabhai’ में Indravadhan Sarabhai के रूप में प्रसिद्ध हो गया।

बॉलीवुड में उन्होंने ‘कल हो ना हो’, ‘मैं हूँ ना’, ‘ओम शांति ओम’ जैसे हिट फिल्मों में दिखा, लेकिन उन्हें सबसे यादगार बना दिया उनका कॉमिक-टाइमिंग, सरल अंदाज और हर किरदार में जान डालने की कला।

Satish Shah

अंतिम क्षण और परिवार की भावनाएँ

25 अक्टूबर 2025 को मुंबई में Satish Shah ने 74 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। किडनी फेल्योर उनकी मौत का कारण था। अस्पताल की टीम उनके निवास स्थान पर गई थी लेकिन उन्हें पुनर्जीवित नहीं किया जा सका। उनकी पत्नी Madhu Shah और करीबी मित्रों-सहकर्मियों ने स्पर्श-भरे शब्दों में कहा कि एक युग समाप्त हो गया है – वह सिर्फ अभिनेता नहीं थे, दिलों में बसे रहने वाले कलाकार थे।

विरासत: हंसी, सादगी और पीछे छोड़ी यादें

Satish Shah ने मनोरंजन की दुनिया को ये सिखाया कि हँसी सिर्फ पल भर का मनोरंजन नहीं—वो दिल से जुड़े शब्द, भाव और यादें बनती है। उनके किरदार आज भी दिलों में हैं; लोग “Indravadhan सराभाई”, “D’Mello” जैसे नाम सुनते ही मुस्कुराते हैं। उनका जाना सिर्फ एक अभिनेता का निधन नहीं—यह उन सभी कलाकारों, थिएटर-प्रिय लोगों और टीवी-दर्शकों के लिए भावुक क्षण है।

एक युग का समापन

आज जब हर जनरेशन ‘Sarabhai vs Sarabhai’ या ‘Jaane Bhi Do Yaaro’ देखती है, Satish Shah अमर हो जाते हैं—हँसी में, यादों में, और उस अपनापन में जो उन्होंने ऑडियंस को दिया। उनकी कमी महसूस होगी—पर उनकी कला, व्यक्तित्व और मुस्कान के साथ हमारी-आपकी यादों में हमेशा जिंदा रहेंगे।

आपने उनकी कौन सी फिल्म देखी है,नीचे कमेंट में जरूर बताएं।

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Thailand की ‘Mother of the Nation’ का Farewell – Queen Sirikit 93 की उम्र में चली गईं

Sirikit

शुरुआत: कैसे बनीं Queen Mother

Sirikit Kitiyakara का जन्म 12 अगस्त 1932 को बैंकॉक के एक राजघराने में हुआ था। उनके पिता विदेश मंत्री थे और उनका बचपन पेरिस में बीता। 1950 में उन्होंने Bhumibol Adulyadej (King Rama IX) से विवाह किया और उसी वर्ष थाईलैंड की रानी बनीं। 1956 में राजा की भिक्षुता के दौरान उन्हें संवैधानिक रूप से रीजेंट भी नियुक्त किया गया — इस तरह वे देश की दूसरी रानी रीजेंट बनीं।

सेवा और विरासत: समाज-सेवा की अनकही कहानी

Queen Sirikit ने ग्रामीण विकास, महिला-शिक्षा, स्वास्थ्य, पारंपरिक हस्तशिल्प और सिल्क इंडस्ट्री के पुनरुत्थान जैसे कई सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाया। उन्होंने थाई रेशम उद्योग को नए आयाम दिए और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय रहीं। उनके जन्मदिन (12 अगस्त) को थाईलैंड में मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है, जिसे देश ने “रानी-माँ” के सम्मान में स्थापित किया।

अंतिम अलविदा: निधन और राष्ट्रीय शोक

24 अक्टूबर 2025 को बैंकॉक के एक अस्पताल में Queen Sirikit ने 93 वर्ष की आयु में अंतिम सांस लीं। उनकी हालत सेप्सिस (रक्त संक्रमण) के कारण गंभीर हो गई थी और वे लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं।

Sirikit

थाईलैंड के राज-आधिकारिक घराने ने पूरे देश में एक-साल की राजकीय शोक-मुद्रा घोषित की है। सरकारी कार्यालयों में झंडे आधा झुके थे और लोगों को कम-से-कम 90 दिन तक काले या गहरे रंग के वस्त्र पहनने का निर्देश दिया गया।

क्यों याद रखें रानी सिरीकित को?

उनकी मुस्कान सिर्फ शाही उपस्थिति नहीं थी — वे जनता की “माँ” बनीं, जिन्होंने हर-वर्ग तक पहुँच बनाई। उनकी उपस्थिति, शैली, संस्कार और काम करने का तरीका आज भी थाईलैंड और दुनिया भर में प्रेरणा है। उनका जाना सिर्फ एक शाही महिला का नहीं — यह एक युग की समाप्ति है, जिसमें आत्म-समर्पण, करुणा और संस्कृति का मेल था।

आज जब थाईलैंड के लोग बुद्धिमत्ता और संवेदनशीलता से भरी रानी सिरीकित को याद कर रहे हैं — तो हम भी उनके जीवन की उस चमक-वाली याद को स्वीकार करते हैं। उनकी विरासत हमें यह सिखाती है कि बड़े-बड़े तख्त और पद सिर्फ सम्मान नहीं — जिम्मेदारी का प्रतीक होते हैं। उनका जीवन, काम और आदर्श अमर रहेगा — रानी सिरीकित, शांति से विश्राम करें।

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NOTAM Showdown : क्यों भारत-पाक सीमा पर एयरस्पेस हुआ बंद और क्या है अगला पड़ाव?

NOTAM

नोटाम क्या है?

“NOTICE TO AIR MISSIONS” या NOTAM एक ऐसा आधिकारिक अलर्ट है जिसे एविएशन अथॉरिटी द्वारा पायलटों, एयरलाइंस और ऑपरेशन टीमों को जारी किया जाता है। यह सूचित करता है कि किसी विशेष इलाके, एयरस्पेस कॉरिडोर, या समय-सीमा में कुछ प्रतिबंध, सैन्य गतिविधि, मिसाइल टेस्ट या उड़ानों का शिफ्ट होना हो सकता है। उदाहरण के तौर पर, जब कोई बड़ा मिलिट्री अभ्यास चल रहा हो या सीमा पर सुरक्षा अलर्ट हो, तब NOTAM के माध्यम से नागरिक और वाणिज्यिक फ्लाइट्स को जानकारी दी जाती है।

इस प्रकार, NOTAM सिर्फ एयरलाइंस का मामला नहीं — यह किसी क्षेत्र की सुरक्षा, सामरिक तैयारी और अंतरराष्ट्रीय वायु-निगरानी का संकेत भी बन जाती है।

30 अक्टूबर-11 नवंबर 2025: क्यों जारी हुआ यह NOTAM?

भारत ने 30 अक्टूबर से 10/11 नवंबर 2025 तक राजस्थान-गुजरात के पास अपनी पश्चिमी सीमा के पास एक बड़े संयुक्त मिलिट्री अभ्यास Exercise Trishul की घोषणा की। इस दौरान 28 000 फीट से नीचे की उड़ानों के लिए अस्थायी प्रतिबंध लगा दिए गए और NOTAM के तहत नागरिक एवं वाणिज्यिक रूट्स में बदलाव किया गया।

यह अभ्यास भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना द्वारा मिलकर संचालित किया जा रहा था, जिसका लक्ष्य पश्चिमी सीमा पर युद्ध-तैयारी, त्वरित रिस्पांस क्षमताएँ और खतरनाक इलाकों में संचालन क्षमता को बढ़ाना था। ऐसे में एयरस्पेस को सुरक्षित रखने और संचालन को व्यवस्थित करने के लिए NOTAM जारी करना रणनीतिक रूप से समझदारी भरा कदम था।

NOTAM

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और एयरस्पेस विवाद

भारतीय NOTAM के बाद पाकिस्तान ने भी पीछे नहीं हटे। उन्होंने 28-29 अक्टूबर को अपनी मध्य और दक्षिण एयरस्पेस में नागरिक उड़ानों के लिए प्रतिबंध लगाया। इसके साथ ही यह संकेत भी मिला कि दोनों देशों में एयरस्पेस को लेकर एक तरह की टकराव-स्थिति बनी हुई है।

इस तरह, NOTAM और एयरस्पेस ब्लॉकेज सिर्फ तकनीकी कदम नहीं—ये रणनीतिक संदेश हैं कि सीमा पर भी हालात निगरानी में हैं और मिलिट्री तैयारियाँ चल रही हैं।

किसका है असर? एविएशन, सुरक्षा और नागरिक

इस तरह के एयरस्पेस बंदी या नियंत्रण से नागरिक उड़ानों को कुछ चुनौतियाँ आती हैं:

  • फ्लाइट्स को लंबा रूट लेना पड़ सकता है, जिससे ईंधन व समय बढ़ सकते हैं
  • एयरलाइंस और पायलटों को अस्थायी रूप से रूट शिफ्ट करना पड़ता है
  • सुरक्षा स्तर बढ़ जाता है, लेकिन इससे एयर-कमर्सिक गतिविधियों में अस्थिरता आ सकती है

फिर भी, ये सब उस बड़े उद्देश्य के लिए हैं कि मिलिट्री अभ्यास शांतिपूर्ण और नियंत्रित माहौल में हो सके—जहाँ कहीं भी अचानक संकट उठ खड़ा हो सके।

आगे क्या हो सकता है?

30 अक्टूबर से निर्धारित अभ्यास के बाद सहमति-रिव्यू होगा और संभवतः नए NOTAM या रूट अपडेट जारी होंगे। भारत ने इसे स्पष्ट कर दिया है कि यह अभ्यास हमले का संकेत नहीं, बल्कि तैयारियों और रक्षा संबंधी क्षमता की जाँच का हिस्सा है।

उम्मीद है कि अभ्यास शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न होगा और दोनों देशों के बीच सीमावर्ती तनाव कम होगा—लेकिन एयरस्पेस-हिस्ट्री इस बात की याद दिलाती है कि “टकराव प्रयोग” को हमेशा नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता। उम्मीद है कि इस लेख ने आपके लिए एयरस्पेस विवाद, NOTAM का महत्व और सीमा-यान रक्षा की रणनीति को स्पष्ट किया होगा। क्या आप सोचते हैं कि इस तरह के अभ्यास और NOTAM से सीमा पर वास्तविक युद्ध-जोखिम कम होते हैं, या ये सिर्फ सिग्नल-शो है?

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पटना में छठ पूजा 2025 पर सुरक्षा अलर्ट : 6 घाटों को प्रशासन ने किया “खतरनाक” घोषित, जानिए किन घाटों पर नहीं करनी चाहिए पूजा

छठ पूजा

बिहार की राजधानी पटना में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा 2025 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पटना जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। प्रशासन ने गंगा नदी के किनारे स्थित छह घाटों को खतरनाक और पूजा-अर्चना के लिए अनुपयुक्त घोषित किया है। इस संबंध में एक आधिकारिक एडवाइजरी भी जारी की गई है, जिसमें लोगों से अपील की गई है कि वे इन घाटों पर न जाएं और केवल सुरक्षित घाटों पर ही अर्घ्य दें।

ये हैं 6 खतरनाक घोषित घाट

प्रशासन द्वारा जिन घाटों को “खतरनाक (Dangerous)” बताया गया है, उनमें शामिल हैं:

  1. कंटाही घाट
  2. राजापुर पुल घाट
  3. पहलवान घाट
  4. बांस घाट
  5. बुद्धा घाट
  6. (एक अन्य घाट, जिसे निरीक्षण के बाद सूची में जोड़ा गया है)

छठ पूजा

इन घाटों पर तेज जल प्रवाह, दलदल, फिसलन और गहराई के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। जिला प्रशासन ने कहा है कि इन स्थानों पर किसी भी प्रकार की पूजा गतिविधि या अर्घ्यदान करना जीवन के लिए जोखिम भरा हो सकता है।

प्रशासन के सुरक्षा इंतज़ाम

जिलाधिकारी (DM) चंद्रशेखर सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राजीव मिश्रा ने शहर के सभी घाटों का निरीक्षण किया है। सुरक्षा को लेकर कई सख्त कदम उठाए गए हैं —

 बैरिकेडिंग : खतरनाक घाटों को लाल कपड़े और लोहे की जालियों से घेरकर सील किया जाएगा ताकि कोई भी व्यक्ति गलती से भी वहां प्रवेश न कर सके।

सुरक्षा बलों की तैनाती : हर असुरक्षित घाट पर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे जो लोगों को वहां जाने से रोकेंगे।

वैकल्पिक घाटों की व्यवस्था: प्रशासन ने करीब 100 सुरक्षित घाटों पर विशेष तैयारियां की हैं। इन घाटों पर सफाई, प्रकाश व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण और पहुंच मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है। NDRF और SDRF की टीमें: किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें मुस्तैद रहेंगी।

छठ पूजा

छठ पूजा 2025 की तिथियां

इस वर्ष छठ पूजा 2025 का शुभ पर्व 25 अक्टूबर को नहाय-खाय से आरंभ हुआ है और 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होगा।चार दिनों तक चलने वाला यह पर्व बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के अलावा पूरे देश में बड़ी आस्था और श्रद्धा से मनाया जाता है। लाखों श्रद्धालु गंगा और अन्य नदियों के घाटों पर पूजा करने पहुंचते हैं।

भक्तों से प्रशासन की अपील

पटना प्रशासन ने सभी व्रतियों और श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे केवल सुरक्षित और स्वीकृत घाटों पर ही पूजा करें।

जिलाधिकारी ने कहा — “हमारा उद्देश्य है कि हर व्रती और श्रद्धालु सुरक्षित रूप से छठ महापर्व संपन्न कर सके। इसलिए किसी भी असुरक्षित घाट की ओर न जाएं और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।”

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दिल्ली में ‘गला घोंटू गैंग’ का कुख्यात सदस्य मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार, पुलिस ने बरामद की पिस्टल

गला घोंटू गैंग

राजधानी दिल्ली में अपराध जगत को हिलाकर रखने वाले ‘गला घोंटू गैंग’ के एक कुख्यात सदस्य को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने यह कार्रवाई शनिवार देर रात की, जिसमें आरोपी हिमांशु सिंह (23) घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि हिमांशु के दाहिने पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।

क्या है मामला?

दिल्ली पुलिस को बीते कुछ दिनों से इस गैंग की गतिविधियों की कई शिकायतें मिल रही थीं। यह गिरोह रात के समय राहगीरों और डिलीवरी बॉयज़ को निशाना बनाकर उनका गला घोंटकर लूटपाट करने के लिए कुख्यात है।

हिमांशु सिंह पर आरोप है कि 22 अक्टूबर को उसने अपने साथी के साथ पुल प्रहलादपुर इलाके में डोमिनोज के एक डिलीवरी बॉय पर हमला किया था। दोनों ने स्कूटी पर जा रहे युवक का गला घोंटकर उससे नकदी और मोबाइल फोन लूट लिया था। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने खुद संज्ञान लिया और पुल प्रहलादपुर थाने के SHO को लाइन हाजिर कर दिया गया था।

मुठभेड़ कैसे हुई?

STF को शनिवार रात सूचना मिली कि आरोपी हिमांशु अपने साथियों के साथ बदरपुर बॉर्डर इलाके में आने वाला है। पुलिस टीम ने मौके पर घेराबंदी की, लेकिन हिमांशु ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिसमें आरोपी के पैर में गोली लग गई और वह गिर पड़ा।

गला घोंटू गैंग

मौके से पुलिस ने एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद की है। पुलिस के अनुसार, आरोपी पर पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें लूट, चोरी और हत्या के प्रयास के केस शामिल हैं।

‘गला घोंटू गैंग’ का खौफ

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह गैंग दिल्ली और हरियाणा के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय है। ये अपराधी मुख्यतः डिलीवरी एजेंट्स, कैब ड्राइवर्स और राहगीरों को निशाना बनाते हैं। ये लोग अपने शिकार का गला दबाकर बेहोश कर देते हैं और फिर लूटपाट करके फरार हो जाते हैं।

पुलिस की कार्रवाई जारी

दिल्ली पुलिस STF अब गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह का नेटवर्क बड़ा है और कई छोटे अपराधी इससे जुड़े हुए हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

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प्रभास की नई फिल्म ‘स्पिरिट’ (Spirit) का हुआ धमाकेदार ऐलान – संदीप रेड्डी वांगा के साथ दिखेगा सुपरस्टार का जबरदस्त एक्शन, जानिए पूरी कास्ट और डिटेल्स

Spirit

साउथ सुपरस्टार प्रभास (Prabhas) के फैंस के लिए बड़ी खुशखबरी आई है! डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Vanga) ने अपनी अगली मेगा फिल्म ‘स्पिरिट’ (Spirit) की आधिकारिक घोषणा कर दी है। यह घोषणा प्रभास के 46वें जन्मदिन के खास मौके पर की गई, जिससे उनके फैंस के बीच जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।

‘स्पिरिट’ (Spirit) की स्टार कास्ट और टीम

इस फिल्म में प्रभास के साथ कई दमदार कलाकार नजर आने वाले हैं।

मुख्य कास्ट:

  • प्रभास – लीड रोल में (मुख्य किरदार)
  • तृप्ति डिमरी – फीमेल लीड के रूप में
  • विवेक ओबेरॉय, प्रकाश राज, और कंचना – अहम भूमिकाओं में

Spirit

टीम डिटेल्स:

  • डायरेक्टर : संदीप रेड्डी वांगा (Kabir Singh, Animal के डायरेक्टर)
  • प्रोड्यूसर : भूषण कुमार, प्रणय रेड्डी वांगा और कृष्ण कुमार
  • प्रोडक्शन हाउस : टी-सीरीज़ और भूषण कुमार प्रोडक्शन्स

विवेक ओबेरॉय ने कन्फर्म किया अपना रोल

विवेक ओबेरॉय ने सोशल मीडिया पर खुद यह जानकारी साझा की कि वे ‘Spirit’ का हिस्सा हैं। उन्होंने प्रभास और संदीप रेड्डी वांगा के साथ काम करने को लेकर उत्साह जताया। उनके शामिल होने से दर्शकों के बीच काफी चर्चा शुरू हो गई है।

कुछ फैंस हैरान हैं क्योंकि वे किसी बड़े ए-लिस्ट स्टार की उम्मीद कर रहे थे, वहीं कई लोगों का मानना है कि जिस तरह संदीप वांगा ने ‘एनिमल’ से बॉबी देओल को नई पहचान दी, उसी तरह वे विवेक ओबेरॉय के करियर को भी फिर से रफ्तार दे सकते हैं।

Spirit

फैंस का रिएक्शन: ‘रेबेलवुड’ में स्वागत

प्रभास के फैंस सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित हैं। कई लोगों ने विवेक ओबेरॉय को “रेबेलवुड” में वेलकम कहा — यह शब्द प्रभास के लिए फैंस द्वारा बनाया गया एक नया टर्म है, जो उनके “Rebel Star” इमेज को सेलिब्रेट करता है।

फिल्म की कहानी और रिलीज़ डिटेल्स

‘Spirit’ एक एक्शन-ड्रामा फिल्म होगी, जिसमें प्रभास का किरदार अब तक के उनके सभी रोल्स से बिल्कुल अलग बताया जा रहा है। फिल्म को हिंदी, तेलुगु, तमिल, मलयालम और कन्नड़ समेत कई भाषाओं में रिलीज़ किया जाएगा, जिससे यह एक पैन-इंडिया ब्लॉकबस्टर बनने की पूरी संभावना रखती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पहले इस फिल्म में दीपिका पादुकोण को फीमेल लीड के लिए अप्रोच किया गया था, लेकिन बाद में तृप्ति डिमरी को कास्ट कर लिया गया। संभावित रिलीज़ डेट: 2026 के अंत या 2027की शुरुआत में सिनेमाघरों में रिलीज़ होने की उम्मीद है।

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Historic Win in Sydney : कैसे Rohit-Kohli की जोड़ी ने Team India को दिलाई सम्मानजनक वापसी

Sydney

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज़ का आख़िरी मुकाबला 25 अक्टूबर 2025 को Sydney Cricket Ground (SCG) में खेला गया। सीरीज़ के पहले दो मैच हारकर भारत पहले ही ट्रॉफी गंवा चुका था। ऐसे में तीसरा वनडे सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि सम्मान बचाने के लिए जंग था। टीम के भीतर दबाव था, आलोचनाएँ चल रही थीं और सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे थे कि क्या यह टीम पुराने लय में लौट पाएगी? लेकिन इस रात, कहानी कुछ और ही लिखी जानी थी।

ऑस्ट्रेलिया की पारी: राणा की धार ने पलटा खेल

टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। शुरुआती कुछ ओवरों में David Warner और Travis Head ने तेज़ शुरुआत दी, लेकिन जल्द ही युवा तेज़ गेंदबाज़ हर्षित राणा ने अपने स्पेल से ऑस्ट्रेलियाई लाइन-अप को हिला दिया। राणा ने अपने 9.1 ओवर में सिर्फ 38 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट झटके — जिनमें Warner, Maxwell, Carey और Starc जैसे नाम शामिल थे।

बीच में Marnus Labuschagne और Steve Smith ने कुछ देर टिककर साझेदारी बनाई, पर भारतीय गेंदबाज़ों की सधी हुई लाइन-लेंथ के आगे ऑस्ट्रेलिया 49.1 ओवर में 236 रनों पर सिमट गया। मैदान पर हर्षित राणा की फायर और मोहम्मद सिराज की सटीक गेंदबाज़ी ने विरोधियों को बड़ा स्कोर बनाने नहीं दिया। भारतीय खेमे में अब उम्मीद जगी थी — यह स्कोर हासिल किया जा सकता है।

Sydney

भारत की बल्लेबाज़ी: रोहित का शतक और कोहली की क्लासिक साझेदारी

भारतीय पारी की शुरुआत शुभमन गिल और रोहित शर्मा ने की। गिल 24 रन बनाकर जल्दी पवेलियन लौट गए। लेकिन इसके बाद मैदान पर उतरे विराट कोहली। यहीं से मैच का मूड बदल गया।

रोहित शर्मा ने कप्तान के रूप में जिम्मेदारी संभाली और कोहली के साथ मिलकर साझेदारी की नींव रखी। दोनों खिलाड़ियों ने शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ों को समझदारी से खेला और धीरे-धीरे अपनी क्लास दिखानी शुरू की। जहां रोहित ने अपने शॉट्स में ताकत और टाइमिंग का बेहतरीन तालमेल दिखाया, वहीं कोहली की इनिंग में ग्रेस और कंट्रोल नजर आया।

दोनों के बीच 168 रनों की अटूट साझेदारी बनी। जैसे-जैसे रन आगे बढ़ते गए, सिडनी की गूंज “Ro-Ko! Ro-Ko!” के नारों से भरती चली गई। आखिर में विराट कोहली ने चौका लगाकर टीम इंडिया को 38.3 ओवर में जीत दिलाई। भारत ने 9 विकेट से यह मैच अपने नाम किया।

रोहित शर्मा के रिकॉर्ड्स की बरसात

इस मैच में रोहित शर्मा का बल्ला नहीं, मानो इतिहास बोल रहा था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपना 6वां वनडे शतक लगाया, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ का सर्वाधिक है। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने विराट कोहली और कुमार संगकारा जैसे दिग्गजों का रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया।

रोहित ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपने 1500 रन पूरे कर लिए, जिससे उन्होंने सचिन तेंदुलकर का भी पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह उनके वनडे करियर का 33वां शतक था — और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका 9वां शतक।

इतना ही नहीं, रोहित शर्मा ने इस मैच में अपने 100 ODI कैच पूरे किए और SENA देशों (South Africa, England, New Zealand, Australia) में एक विज़िटिंग बैटर के तौर पर सबसे ज्यादा छक्के लगाने का नया रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।

मैच और सीरीज का सार

सीरीज़ भले ही ऑस्ट्रेलिया 2-1 से जीत गया, लेकिन आख़िरी मुकाबला भारत के लिए “सम्मान की वापसी” बन गया। भारत ने 237 रनों का लक्ष्य 9 विकेट शेष रहते हासिल किया। हर्षित राणा की घातक गेंदबाज़ी और रोहित-कोहली की शानदार साझेदारी ने इस मैच को ऐतिहासिक बना दिया।

रोहित शर्मा को “प्लेयर ऑफ द मैच” और “प्लेयर ऑफ द सीरीज” दोनों का खिताब मिला। उनके नेतृत्व में टीम ने साबित किया कि हार के बीच भी आत्मविश्वास बनाए रखना ही असली जीत है।

आज की जीत क्यों खास थी

यह जीत सिर्फ एक मैच का परिणाम नहीं थी; यह उस जज़्बे का प्रतीक थी जो भारतीय क्रिकेट को बार-बार नई ऊँचाइयों तक पहुँचाता है। आलोचनाओं के बीच रोहित-कोहली की साझेदारी ने टीम को दिखाया कि अनुभव और क्लास मिलकर किसी भी दबाव को मात दे सकते हैं।

यह मैच भारतीय क्रिकेट के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। ड्रेसिंग रूम में मुस्कानें लौटीं, सोशल मीडिया पर फैंस ने राहत की सांस ली, और हर भारतीय ने गर्व से कहा — “टीम इंडिया अभी भी नंबर वन है!”

सिडनी की इस रात ने एक बार फिर साबित किया कि भारतीय क्रिकेट की रीढ़ अब भी मज़बूत है। रोहित शर्मा और विराट कोहली की साझेदारी ने केवल जीत नहीं दिलाई, बल्कि आने वाले टूर्नामेंट्स के लिए आत्मविश्वास का इंजेक्शन भी दिया। यह जीत याद दिलाती है कि खेल में असली जीत सिर्फ स्कोरबोर्ड पर नहीं, बल्कि हौसले, एकजुटता और विश्वास में होती है।

क्या आपको लगता है कि Rohit-Kohli की यह जोड़ी आने वाले वर्ल्ड कप में भी Team India को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकती है?
अपने विचार नीचे ज़रूर बताएं।

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