आंध्र प्रदेश ने डिजिटल इंडिया की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। राज्य सरकार और गूगल के बीच एक बड़ा करार हुआ है, जिसके तहत 1 गीगावॉट हाइपरस्केल डेटा सेंटर कैंपस का निर्माण किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट “AI City Vizag” के रूप में जाना जाएगा — भारत का पहला समर्पित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हब।
₹10,518 करोड़ का निवेश, 1.88 लाख रोजगार के अवसर
इस मेगा प्रोजेक्ट के तहत गूगल ₹10,518 करोड़ का निवेश करेगा, जो राज्य की अर्थव्यवस्था में 2028 से 2032 के बीच बड़ा योगदान देगा। आधिकारिक अनुमान के अनुसार, हर साल करीब 1.88 लाख नौकरियां सृजित होंगी। यह प्रोजेक्ट विशाखापट्टनम को दक्षिण भारत का प्रमुख टेक्नोलॉजी हब बनाने में मदद करेगा।
AI, क्लाउड और ग्रीन एनर्जी से लैस डेटा सेंटर
यह डेटा सेंटर कैंपस गूगल की पूरी AI टेक्नोलॉजी स्टैक पर आधारित होगा और इसमें क्लीन एनर्जी सॉल्यूशन्स भी शामिल होंगे। कैंपस गूगल के वैश्विक नेटवर्क से जुड़ा रहेगा, जिसमें अंडरसी (समुद्र के नीचे) और स्थलीय केबल सिस्टम होंगे, ताकि डेटा कनेक्टिविटी और स्थिरता विश्वस्तरीय स्तर पर बनी रहे। आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने इस प्रोजेक्ट को राज्य के लिए “भविष्य को बदल देने वाला कदम” बताया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक डेटा सेंटर नहीं, बल्कि “डिजिटल भारत का इंजन” साबित होगा।

राजनीतिक मेल-मिलाप से मिली सफलता
यह सौदा टीडीपी–भाजपा गठबंधन की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। दोनों दलों ने छह साल बाद मार्च 2024 में फिर से गठबंधन किया था। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने नेशनल डेटा सेंटर पॉलिसी में बदलाव और टैक्स छूट जैसे प्रावधानों के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी दिलवाई, जिससे गूगल का निवेश आंध्र प्रदेश की ओर आकर्षित हुआ।
मोदी–नायडू बैठक में बनी सहमति
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान नायडू ने इस ऐतिहासिक निवेश को अंतिम रूप दिया। उन्होंने पीएम मोदी को दो बड़े आगामी कार्यक्रमों में आमंत्रित किया —
- ‘सुपर जीएसटी–सुपर सेविंग्स’ प्रोग्राम (कर्नूल)
- CII पार्टनरशिप समिट 2025 (विशाखापट्टनम, 14-15 नवंबर)
इन कार्यक्रमों का मकसद वैश्विक निवेशकों और इंडस्ट्री लीडर्स को आकर्षित करना है ताकि आंध्र प्रदेश में और बड़े निवेश हो सकें।
“AI City Vizag” से भारत को मिलेगा ग्लोबल टेक पावर
यह प्रोजेक्ट केवल आंध्र प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का केंद्र बनने जा रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट देश को AI, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एनालिटिक्स और ग्रीन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा। आईटी मंत्री नारा लोकेश ने कहा — “AI City Vizag केवल एक इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं, बल्कि आने वाले डिजिटल भारत का दिल बनेगा।”
मुख्य बिंदु
- गूगल का ₹10,518 करोड़ का निवेश
- 1 गीगावॉट हाइपरस्केल डेटा सेंटर कैंपस
- 2028–2032 के बीच 1.88 लाख रोजगार
- स्वच्छ ऊर्जा और वैश्विक नेटवर्क कनेक्टिविटी
- टीडीपी–भाजपा गठबंधन की बड़ी सफलता
- विशाखापट्टनम बनेगा “AI City Vizag”