Hyundai ने भारत में किया 5 बिलियन डॉलर का बड़ा ऐलान, देश बनेगा ग्लोबल एक्सपोर्ट हब

Hyundai

भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा। दक्षिण कोरियाई ऑटो दिग्गज Hyundai Motor India (HMIL) ने घोषणा की है कि वह साल 2030 तक 5.1 बिलियन डॉलर (करीब 45,000 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। इस निवेश का उद्देश्य भारत को Hyundai का वैश्विक निर्यात केंद्र (Global Export Hub) बनाना और देश में अपने कारोबार को नए स्तर तक पहुंचाना है।

भारत बनेगा Hyundai की वैश्विक रणनीति का केंद्र

Hyundai Motor Company के ग्लोबल प्रेसिडेंट और COO, जोस मुनोज ने इस मौके पर कहा, “भारत हमारी रणनीति का हिस्सा नहीं है — भारत ही रणनीति है।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट है कि Hyundai भारत को अब अपनी वैश्विक योजनाओं के केंद्र में रख रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि 2030 तक भारत से अपने कुल उत्पादन का करीब 30% निर्यात किया जाए। इसके अलावा, भारतीय बाजार में अपनी हिस्सेदारी को भी 15% से ऊपर ले जाने का Hyundai का इरादा है।

Hyundai

निवेश का उपयोग

उत्पादन, तकनीक और R&D पर फोकस

Hyundai का कहना है कि इस निवेश का लगभग 60% हिस्सा रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) और नए उत्पादों के विकास में लगाया जाएगा, जबकि बाकी रकम उत्पादन क्षमता बढ़ाने, तकनीकी अपग्रेडेशन और नई फैक्ट्रियों के विस्तार पर खर्च होगी। वर्तमान में Hyundai के भारत में दो प्रमुख उत्पादन केंद्र हैं — एक चेन्नई में और दूसरा तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में। कंपनी इन संयंत्रों की उत्पादन क्षमता को 8.5 लाख यूनिट से बढ़ाकर 10 लाख यूनिट प्रतिवर्ष करने की योजना बना रही है।

26 नए मॉडल लॉन्च करेगी Hyundai

Hyundai Motor India के मैनेजिंग डायरेक्टर उनसू किम ने बताया कि कंपनी 2030 तक कुल 26 नए मॉडल लॉन्च करेगी, जिनमें 7 पूरी तरह नए नाम होंगे। इन मॉडलों में छोटी शहरी कारों से लेकर प्रीमियम SUV और MPV तक की रेंज शामिल होगी। कंपनी पहली बार ऑफ-रोड SUV और MPV (मल्टी-पर्पज व्हीकल) सेगमेंट में एंट्री करने जा रही है। यह कदम Mahindra, Toyota और Maruti Suzuki जैसे दिग्गज ब्रांडों को सीधी चुनौती देगा।

इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों पर बड़ा दांव

Hyundai ने यह भी पुष्टि की कि वह 2027 तक भारत में स्थानीय रूप से निर्मित बैटरी इलेक्ट्रिक SUV पेश करेगी। कंपनी का लक्ष्य अपने कुल उत्पादन में 52% पर्यावरण-अनुकूल वाहनों (EV, हाइब्रिड और CNG मॉडल) की हिस्सेदारी करना है। Hyundai के COO जोस मुनोज ने कहा, “भारत हमारे इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा। यह निवेश ‘मेक इन इंडिया’ और ‘ग्रीन मोबिलिटी’ दोनों को नई दिशा देगा।”

लक्जरी ब्रांड ‘Genesis’ की लॉन्चिंग जल्द

Hyundai ने अपने लक्जरी ब्रांड Genesis को भी भारत में लॉन्च करने की योजना बनाई है। कंपनी इसे 2027 तक स्थानीय रूप से असेंबल करके पेश करेगी। Genesis ब्रांड की गाड़ियां Mercedes-Benz, BMW और Audi जैसी प्रीमियम कंपनियों से मुकाबला करेंगी।

Hyundai

Hyundai Capital के जरिए आसान फाइनेंसिंग

Hyundai अपने ग्राहकों को और सुविधाजनक अनुभव देने के लिए 2026 की दूसरी तिमाही तक Hyundai Capital को भारत में लॉन्च करेगी। इस फाइनेंशियल सर्विस यूनिट के ज़रिए ग्राहकों को किफायती लोन और लीजिंग सुविधाएं मिलेंगी, जिससे कार खरीदना और आसान होगा।

नए अवसर और रोज़गार की उम्मीदें

विशेषज्ञों का मानना है कि Hyundai के इस कदम से भारत में रोज़गार के हजारों नए अवसर पैदा होंगे। कंपनी की सप्लाई चेन, लॉजिस्टिक्स और कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में स्थानीय निवेशकों और स्टार्टअप्स के लिए भी बड़े मौके खुलेंगे।

ऑटो इंडस्ट्री विश्लेषक रजनीश वर्मा के अनुसार, “यह निवेश भारत को न केवल Hyundai के लिए बल्कि पूरे ऑटो सेक्टर के लिए एक ग्लोबल टेस्टिंग ग्राउंड बना देगा। इससे तकनीकी नवाचार और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में नई ऊर्जा आएगी।”

‘मेक इन इंडिया’ और EV मिशन को मिलेगी ताकत

यह निवेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘ग्रीन मोबिलिटी’ मिशन के अनुरूप है। Hyundai का लक्ष्य है कि भारत को विश्व के सबसे प्रतिस्पर्धी EV मैन्युफैक्चरिंग हब में से एक बनाया जाए। कंपनी स्थानीय सप्लायर्स और स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी करके भारत में एक मजबूत ऑटोमोबाइल इनोवेशन इकोसिस्टम भी तैयार करना चाहती है।

भारत में Hyundai का नया युग शुरू

Hyundai Motor India की 5 बिलियन डॉलर की यह घोषणा केवल एक निवेश नहीं, बल्कि भारत के ऑटो सेक्टर में एक नए युग की शुरुआत है। 2030 तक भारत Hyundai के लिए सिर्फ एक बाजार नहीं रहेगा — बल्कि यह उसका सबसे बड़ा निर्माण, निर्यात और नवाचार केंद्र बन जाएगा। “Hyundai अब भारत के साथ बढ़ रही है, न कि सिर्फ भारत में।” — जोस मुनोज, ग्लोबल प्रेसिडेंट, Hyundai Motor Company |

Read more