दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 7 विकेट से हराकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमाया। यह जीत टीम इंडिया के लिए कई मायनों में खास रही — युवा कप्तान शुभमन गिल की नेतृत्व क्षमता, बल्लेबाजों का दमदार प्रदर्शन और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का हरफनमौला खेल टीम की सफलता के केंद्र में रहा।
मैच का सारांश:
वेस्टइंडीज द्वारा दिए गए 121 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने तीन विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
केएल राहुल ने शानदार फॉर्म में खेलते हुए नाबाद 58 रन बनाए और टीम को जीत की राह पर ले गए।
पहली पारी में भारत का दबदबा:
भारत की पहली पारी पूरी तरह से बल्लेबाजों के नाम रही।
यशस्वी जायसवाल ने शानदार 175 रनों की पारी खेली, जबकि कप्तान शुभमन गिल ने नाबाद 129 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
दोनों के बीच हुई साझेदारी ने भारत को बड़ी बढ़त दिलाई, जिससे वेस्टइंडीज मैच में कभी वापसी नहीं कर सका।

सीरीज में भारत का दबदबा:
इससे पहले, पहला टेस्ट अहमदाबाद में खेला गया था, जहां भारत ने एक पारी और 140 रन से बड़ी जीत दर्ज की थी।
दोनों मैचों में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें रवींद्र जडेजा ने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों से प्रभावित किया।
‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’: रवींद्र जडेजा
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को उनके हरफनमौला प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया।
उन्होंने दोनों टेस्ट में अहम विकेट लिए और जरूरत पड़ने पर बल्ले से भी टीम को मजबूती दी।
आगे का सफर: ऑस्ट्रेलिया दौरा
इस जीत के साथ भारत ने टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम की और अब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के लंबे दौरे के लिए रवाना होगी, जहां टेस्ट और सीमित ओवरों की सीरीज खेली जानी है।