तमिलनाडु के सीएम स्टालिन का सख्त रुख : कोयंबटूर गैंगरेप केस में एक महीने में चार्जशीट दाखिल करने का आदेश

गैंगरेप

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कोयंबटूर में हुई पीड़ादायक गैंगरेप की घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे “अमानवीय” और “निर्दय अपराध” करार देते हुए पुलिस को एक महीने के भीतर चार्जशीट दाखिल करने और आरोपियों को “सबसे सख्त सजा” दिलाने के निर्देश दिए हैं।

क्या है पूरा मामला?

यह दर्दनाक घटना 2 नवंबर (रविवार रात) को कोयंबटूर एयरपोर्ट के पीछे एक सुनसान इलाके में हुई। 20 वर्षीय पीजी छात्रा अपने दोस्त के साथ कार में बैठी थी, तभी तीन युवक वहां पहुंचे। उन्होंने गाड़ी का शीशा तोड़ दिया और छात्रा के दोस्त पर दरांती से हमला कर दिया, जिससे वह बेहोश हो गया।

हमलावरों ने छात्रा को चाकू की नोक पर अगवा किया और एक सुनसान जगह पर ले जाकर गैंगरेप किया। बाद में छात्रा को पुलिस ने लगभग सुबह 4 बजे बरामद किया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़िता की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

तीन आरोपी गिरफ्तार, एनकाउंटर के बाद पकड़े गए

कोयंबटूर पुलिस ने इस मामले में 7 स्पेशल टीमें गठित कीं और करीब 300 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। जांच के दौरान पुलिस को सुराग मिले और मंगलवार सुबह वेल्लकिनारू इलाके में तीनों संदिग्धों का ठिकाना पता चला। पुलिस के अनुसार, जब टीम ने आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की, तो उन्होंने हथियारों से हमला कर भागने की कोशिश की। आत्मरक्षा में पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें तीनों के पैरों में गोली लगी।

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आरोपियों की पहचान सतीश उर्फ़ करुपसामी, गुना उर्फ़ थवासी और कार्तिक उर्फ़ कलीश्वरन के रूप में हुई है — ये सभी दिहाड़ी मजदूर हैं और इन पर पहले से हत्या, लूटपाट और मारपीट जैसे मामले दर्ज हैं। तीनों को कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सीएम स्टालिन बोले — “ऐसे अपराधों के लिए कोई माफी नहीं”

मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सोशल मीडिया और बयान के जरिए कहा — “कोयंबटूर में जो घटना घटी है, वह अमानवीय और क्रूर अपराध है। मैंने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं कि चार्जशीट एक महीने में दाखिल की जाए और दोषियों को अधिकतम सजा दिलाई जाए।”

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर “शून्य सहनशीलता नीति” पर काम कर रही है और किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज

इस घटना को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी उबाल है। AIADMK नेता एडप्पडी के. पलानीस्वामी ने कहा कि “स्टालिन सरकार में महिलाओं की सुरक्षा पूरी तरह से खत्म हो चुकी है।” वहीं बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री से जवाब मांगा कि राज्य में “सुरक्षित शहर” का दावा अब झूठा साबित हो रहा है।

जनता और सोशल मीडिया पर आक्रोश

सोशल मीडिया पर इस घटना की कड़ी निंदा हो रही है। लोग मांग कर रहे हैं कि अपराधियों को “उदाहरण बनने लायक सजा” दी जाए। ट्विटर पर #JusticeForCoimbatoreStudent ट्रेंड कर रहा है।

मुख्य बिंदु एक नज़र में:

  • घटना : 2 नवंबर की रात कोयंबटूर एयरपोर्ट के पीछे
  • पीड़िता : 20 वर्षीय पीजी छात्रा
  • आरोपी : तीन दिहाड़ी मजदूर, पूर्व में अपराधी रिकॉर्ड
  • कार्रवाई : एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार
  • सीएम का आदेश : एक महीने में चार्जशीट और अधिकतम सजा
  • विपक्ष : DMK सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर निशाना

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