भारतीय महिला क्रिकेट की स्टार ओपनर स्मृति मंधाना का सपना अब साकार हो गया है। उनके सुझाव पर आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन (ACA) ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए ACA-VDCA क्रिकेट स्टेडियम, विशाखापत्तनम में महिला क्रिकेटरों के नाम पर स्टेडियम ढांचे का नामकरण किया है। इस पहल के तहत स्टेडियम में ‘मिथाली राज स्टैंड’ और ‘रावी कल्पना गेट’ का औपचारिक उद्घाटन किया गया, जिससे यह भारत का पहला ऐसा स्टेडियम बन गया है जो महिला क्रिकेटरों को इस तरह का स्थायी सम्मान दे रहा है।
यह विचार अगस्त 2025 में “ब्रेकिंग बाउंड्रीज़” नामक एक फायरसाइड चैट के दौरान सामने आया था, जब स्मृति मंधाना ने मंत्री नारा लोकेश से बातचीत में कहा था कि भारत में किसी भी महिला क्रिकेटर के नाम पर स्टेडियम स्टैंड नहीं है। मंधाना ने सुझाव दिया था कि यह कदम न केवल उनकी उपलब्धियों को सम्मान देगा, बल्कि आने वाली पीढ़ी की खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेगा।
मंत्री नारा लोकेश ने इस अवसर पर कहा, “स्मृति मंधाना का विचार देशभर की भावना को दर्शाता है। इसे इतने कम समय में साकार करना हमारे समाज की लैंगिक समानता और महिला क्रिकेट की पथप्रदर्शकों को सम्मान देने की प्रतिबद्धता को दिखाता है।” मंधाना के सुझाव के कुछ ही हफ्तों में आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी और वर्ल्ड कप 2025 के मैच से पहले इस पहल को साकार किया।

महान क्रिकेटरों को मिला सम्मान
भारतीय क्रिकेट की दिग्गज मिथाली राज को उस स्टैंड के नाम से सम्मानित किया गया है, जो अब उनके नाम से जाना जाएगा। मिथाली राज भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे सफल बल्लेबाज़ हैं, जिन्होंने 10,868 अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं — जिसमें 7 शतक और 85 अर्धशतक शामिल हैं। 23 साल लंबे करियर (1999–2022) में उन्होंने भारत को दो वनडे विश्व कप फाइनल तक पहुंचाया और 150 से ज़्यादा मैचों में टीम की कप्तानी की।
मंत्री लोकेश ने मिथाली राज को सम्मानित करते हुए कहा, “मिथाली राज सिर्फ़ एक नाम नहीं, बल्कि एक संस्था हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट में वह पहचान दिलाई जिसकी वजह से लाखों बेटियाँ इस खेल से जुड़ी हैं।” इस मौके पर उन्हें ACA लोगो से सजी एक हैंडक्राफ्टेड सिल्वर क्रिकेट बॉल भेंट की गई।
रावी कल्पना – आंध्र प्रदेश की पहली महिला अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी
वहीं रावी कल्पना, जिनके नाम पर स्टेडियम का मुख्य गेट रखा गया है, 2015 से 2016 के बीच भारत के लिए 7 वनडे मैच खेल चुकी हैं। वह आंध्र प्रदेश की पहली महिला क्रिकेटर बनीं जिन्होंने राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। कल्पना की यात्रा ने राज्य की कई युवा खिलाड़ियों — जैसे अरुंधति रेड्डी, एस. मेघना, और एन. श्री चरनी — को प्रेरित किया है।

ICC और BCCI की सराहना
ICC चेयरमैन जय शाह ने इस पहल को “महिला क्रिकेट के विकास की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम” बताया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान न केवल मिथाली राज और रावी कल्पना जैसी दिग्गजों को श्रद्धांजलि है, बल्कि यह दक्षिण भारत में महिला क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय खोलेगा। यह कदम और भी अधिक बेटियों को क्रिकेट अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।”
जय शाह ने भी उद्घाटन समारोह में हिस्सा लिया, जो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले आईसीसी महिला विश्व कप 2025 मैच से ठीक पहले आयोजित किया गया।
महिला क्रिकेट के लिए एक नई मिसाल
यह पहल भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक प्रेरक मील का पत्थर बन गई है। स्मृति मंधाना के विचार से जन्मी यह योजना दिखाती है कि कैसे एक सोच बदलाव की दिशा में कदम बन सकती है। विशाखापत्तनम का ACA-VDCA स्टेडियम अब केवल एक खेल का मैदान नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण, सम्मान और प्रेरणा का प्रतीक बन गया है — जहां हर चौका, हर छक्का अब उन महिलाओं की मेहनत और संघर्ष की कहानी सुनाएगा जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया।











