BYD ने पेश की अपनी पहली ‘Kei Car’ : नई Racco EV, 180km रेंज और ब्लेड बैटरी के साथ जापान के लिए खास

चीन की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी BYD ने जापान मोबिलिटी शो 2025 में अपनी पहली Kei कार “Racco” का अनावरण किया है। यह छोटी इलेक्ट्रिक कार खास तौर पर जापान के शहरी बाजार के लिए बनाई गई है, जहां Kei कारें अपनी कॉम्पैक्ट साइज और कम चलने की लागत के लिए बेहद लोकप्रिय हैं।

खासियतें जो बनाती हैं Racco को अलग

ब्लेड बैटरी तकनीक: इसमें BYD की सुरक्षित और टिकाऊ 20 kWh लिथियम आयरन फॉस्फेट (LFP) ब्लेड बैटरी दी गई है, जो अपनी सुरक्षा और लंबी उम्र के लिए जानी जाती है।

 रेंज : एक बार फुल चार्ज होने पर यह कार लगभग 180 किलोमीटर की WLTC-रेटेड रेंज देगी — जो शहर की छोटी दूरी की ड्राइव के लिए एकदम परफेक्ट है।

चार्जिंग क्षमता : यह कार 100 kW DC फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है, जिससे इसे कुछ ही मिनटों में चार्ज किया जा सकता है।

BYD

 डिज़ाइन और फीचर्स : Racco का बॉक्सी डिज़ाइन इसे तंग सड़कों पर भी आसानी से चलने योग्य बनाता है। इसमें पीछे स्लाइडिंग दरवाजे, चार लोगों के बैठने की जगह, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और बड़ा इंफोटेनमेंट डिस्प्ले दिया गया है।

आकार : लंबाई 3,395 मिमी, चौड़ाई 1,475 मिमी और ऊंचाई 1,800 मिमी — जो जापानी Kei कार के मानकों के अनुसार बिल्कुल फिट है।

 लॉन्च टाइमलाइन : BYD Racco की बिक्री 2026 की गर्मियों में जापान में शुरू होगी, और इसकी शुरुआती कीमत करीब 2.5 मिलियन येन (लगभग ₹11.5 लाख) रहने की उम्मीद है।

BYD

जापान में BYD की बड़ी एंट्री

Racco, जापान में किसी गैर-जापानी कंपनी की पहली Kei कार होगी। BYD को उम्मीद है कि यह EV मॉडल कंपनी को जापानी इलेक्ट्रिक कार बाजार में एक नई पहचान दिलाएगा, जहां अब तक स्थानीय ब्रांड जैसे Nissan Sakura और Honda N-Van का दबदबा रहा है।

Read more

YANGWANG U9 Xtreme ने रचा इतिहास : 496.22 किमी/घंटा की रफ्तार से बनी दुनिया की सबसे तेज़ इलेक्ट्रिक कार

YANGWANG U9 Xtreme

इलेक्ट्रिक कारों की दुनिया में अब तक की सबसे बड़ी छलांग चीन की कंपनी BYD (Build Your Dreams) के लक्ज़री ब्रांड YANGWANG U9 Xtreme ने लगाई है। 14 सितंबर 2025 को जर्मनी के ATP Automotive Testing Papenburg ट्रैक पर BYD की हाइपरकार YANGWANG U9 Xtreme (U9X) ने 496.22 किमी/घंटा की टॉप स्पीड हासिल कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस उपलब्धि के साथ, यह दुनिया की सबसे तेज़ प्रोडक्शन कार बन गई है — और खास बात यह है कि यह एक इलेक्ट्रिक वाहन है।

यह वही रिकॉर्ड है, जो पहले पेट्रोल से चलने वाली Bugatti Chiron Super Sport 300+ के नाम था, जिसने 490.484 किमी/घंटा की स्पीड दर्ज की थी। लेकिन अब BYD की यह सुपर मशीन बुगाटी को पीछे छोड़ते हुए रफ्तार की दुनिया में नया युग लेकर आई है — एक ऐसा युग जहाँ इलेक्ट्रिक हाइपरकारें पेट्रोल सुपरकारों को मात दे रही हैं।

डिज़ाइन और पावरट्रेन

YANGWANG U9 Xtreme, YANGWANG के U9 मॉडल का ट्रैक-केंद्रित स्पेशल वर्जन है। इसे “परफॉर्मेंस बियॉन्ड लिमिट्स” को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। यह BYD के YiSiFang (e⁴) प्लेटफॉर्म पर बनी है — वही तकनीक जो BYD की सभी हाई-एंड EVs की रीढ़ मानी जाती है।

इस कार में चार स्वतंत्र अल्ट्रा-हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक मोटरें लगी हैं, जिनमें से हर एक मोटर 555 kW की पावर देती है। कुल मिलाकर ये मोटरें लगभग 2,978 bhp (2,200 kW से अधिक) की जबरदस्त शक्ति उत्पन्न करती हैं। ये मोटरें 30,000 rpm तक घूमने में सक्षम हैं, जो किसी भी मौजूदा सुपरकार के बराबर या उससे आगे है।

YANGWANG U9 Xtreme

बैटरी और इलेक्ट्रिक सिस्टम

U9 Xtreme को पावर देने के लिए BYD ने इसमें 1,200 वोल्ट का अल्ट्रा-हाई-वोल्टेज सिस्टम लगाया है — जो सामान्य इलेक्ट्रिक कारों (800V तक) की तुलना में कहीं अधिक एडवांस्ड है। इस सिस्टम के साथ आती है BYD की विशेष “Blade Battery” तकनीक, जो लिथियम आयरन फॉस्फेट सेल्स पर आधारित है। यह बैटरी अत्यधिक टिकाऊ, सुरक्षित और तेज़ ऊर्जा ट्रांसफर करने में सक्षम है।

BYD ने यह भी बताया कि यह बैटरी 30C की डिस्चार्ज दर पर काम करती है, यानी यह बहुत कम समय में भारी मात्रा में पावर रिलीज़ कर सकती है — यही वजह है कि यह हाइपरकार 496.22 किमी/घंटा तक पहुँचने में सक्षम रही।

सस्पेंशन, टायर और एयरोडायनामिक्स

इतनी ऊँची रफ्तार पर कार को कंट्रोल में रखना किसी चमत्कार से कम नहीं होता, और इसके लिए U9 Xtreme को विशेष रूप से तैयार किया गया है। इस कार में BYD का DiSus-X एक्टिव सस्पेंशन सिस्टम लगाया गया है, जो रियल टाइम में ट्रैक की परिस्थितियों के अनुसार अपने डैम्पर्स को एडजस्ट करता है। इसके अलावा, कार का बॉडी स्ट्रक्चर पूरी तरह कार्बन फाइबर से बना है, जिससे वज़न कम और स्ट्रेंथ ज़्यादा मिलती है। इसका वज़न करीब 2,480 किलोग्राम है, लेकिन इसका एयरोडायनामिक डिज़ाइन इसे सड़क पर हवा की तरह सरकने देता है।

कार के पहिए 20 इंच के हैं और इनमें ट्रैक-ग्रेड सेमी-स्लिक टायर लगाए गए हैं, जो 500 किमी/घंटा तक की गति पर भी स्थिरता बनाए रखते हैं। इसका रियर स्पॉइलर और फ्रंट स्प्लिटर एक्टिव हैं, जो स्पीड के अनुसार अपने एंगल को बदलकर डाउनफोर्स को संतुलित करते हैं।

रिकॉर्ड रन

इस रिकॉर्ड रन को जर्मन रेसिंग ड्राइवर मार्क बासेंग (Marc Basseng) ने अंजाम दिया। ATP Papenburg ट्रैक पर उन्होंने U9 Xtreme को तीन लैप्स में चलाया — पहले लैप में कार ने 300 मील/घंटा पार किया, दूसरे में 302 मील/घंटा और तीसरे में आखिरकार 308.4 मील/घंटा (496.22 किमी/घंटा) की स्पीड को छू लिया।

YANGWANG U9 Xtreme

मार्क बासेंग ने इस रन के बाद कहा – “U9 Xtreme को चलाना एक अद्भुत अनुभव था। 400 किमी/घंटा के बाद भी कार पूरी तरह स्थिर थी। इलेक्ट्रिक मोटर की वजह से पावर डिलीवरी इतनी स्मूद थी कि मैं पूरी तरह ट्रैक पर ध्यान केंद्रित कर सका।” इस पूरे रिकॉर्ड रन को VBOX GPS सिस्टम से रिकॉर्ड किया गया, और इसकी पुष्टि BYD और ATP दोनों ने की।

लिमिटेड एडिशन : सिर्फ 30 यूनिट्स

BYD ने बताया है कि YANGWANG U9 Xtreme का उत्पादन बेहद सीमित रहेगा। पूरी दुनिया में इसकी सिर्फ 30 यूनिट्स ही बनाई जाएंगी, जिससे यह कार एक कलेक्टर की ड्रीम हाइपरकार बन गई है। हर यूनिट ग्राहक की पसंद के हिसाब से कस्टमाइज़ की जाएगी। अनुमान है कि इसकी कीमत लगभग ₹15 करोड़ से ₹20 करोड़ (ग्लोबली) तक होगी।

BYD की कार्यकारी उपाध्यक्ष स्टेला ली का बयान

BYD की कार्यकारी उपाध्यक्ष स्टेला ली (Stella Li) ने कहा – “YANGWANG का मकसद सिर्फ कार बनाना नहीं, बल्कि सीमाओं को तोड़ना है। यह रिकॉर्ड दिखाता है कि इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य सिर्फ क्लीन नहीं, बल्कि एक्सट्रीम भी है। दुनिया की सबसे तेज़ कार अब इलेक्ट्रिक है — यह हमारे ‘Build Your Dreams’ विज़न का सच्चा प्रतीक है।”

भविष्य की दिशा

YANGWANG U9 Xtreme का यह रिकॉर्ड सिर्फ एक स्पीड नंबर नहीं, बल्कि पूरी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए संकेत है कि इलेक्ट्रिक हाइपरकारों का युग शुरू हो चुका है। अब जब बुगाटी, कोएनिगसेग और हेनेसी जैसी कंपनियों को BYD जैसी इलेक्ट्रिक दिग्गज चुनौती दे रही हैं, तो स्पष्ट है कि आने वाले सालों में रफ्तार की परिभाषा बदल जाएगी। YANGWANG U9 Xtreme ने दुनिया को यह साबित कर दिया है कि भविष्य की गति, शक्ति और इंजीनियरिंग — सब कुछ इलेक्ट्रिक पावर पर आधारित होगा।

Read more