नई महिंद्रा थार 3-डोर 2025 लॉन्च : अब 10.25-इंच टचस्क्रीन, रियर AC वेंट्स और ज्यादा कम्फर्ट के साथ, कीमत ₹9.99 लाख से शुरू

थार

महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपनी सबसे पॉपुलर ऑफ-रोड SUV महिंद्रा थार के 3-डोर मॉडल का नया 2025 फेसलिफ्ट वर्ज़न भारत में लॉन्च कर दिया है। इस अपडेटेड मॉडल की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत ₹9.99 लाख रखी गई है। नई थार को अब पहले से ज्यादा प्रीमियम, टेक-फ्रेंडली और फैमिली-फ्रेंडली बनाने की कोशिश की गई है।

इंटीरियर में बदलाव

2025 थार का केबिन अब पहले से कहीं ज्यादा मॉडर्न और सुविधाजनक हो गया है। इसमें अब एक बड़ा 10.25-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है, जो पुराने 7-इंच यूनिट की जगह लेता है। यह सिस्टम एंड्रॉयड ऑटो और एप्पल कारप्ले दोनों को सपोर्ट करता है और इसका इंटरफेस काफी रेस्पॉन्सिव है।महिंद्रा ने ग्राहकों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए आखिरकार रियर AC वेंट्स भी शामिल किए हैं — जिससे पीछे बैठे यात्रियों को भी बेहतर कूलिंग मिलेगी।इसके अलावा, ऑटोमैटिक वेरिएंट में अब ड्राइवर के लिए डेड पेडल, स्लाइडिंग सेंटर आर्मरेस्ट, और स्टोरेज स्पेस जैसे छोटे लेकिन उपयोगी बदलाव किए गए हैं।

अन्य इंटीरियर अपडेट्स

पावर विंडो स्विच अब दरवाजों पर दिए गए हैं (पहले सेंटर कंसोल पर थे)। स्टीयरिंग व्हील अब थार रॉक्स (Thar Roxx) से लिया गया है, जो ज्यादा प्रीमियम लगता है। ड्राइवर साइड ग्रैब हैंडल अब ए-पिलर में शामिल किया गया है, जिससे गाड़ी में चढ़ना और उतरना आसान हो गया है। आगे और पीछे दोनों तरफ टाइप-C USB चार्जिंग पोर्ट्स दिए गए हैं। कुल मिलाकर, नई थार का इंटीरियर अब ज्यादा प्रैक्टिकल और कम्फर्टेबल महसूस होता है — खासकर लंबी यात्राओं के लिए।

थार

एक्सटीरियर डिजाइन

बाहरी डिज़ाइन में ज्यादा बदलाव नहीं किए गए हैं, लेकिन कुछ अपडेट्स इसे ज्यादा फ्रेश लुक देते हैं। नई थार में अब थार रॉक्स से प्रेरित ग्रिल, नए LED DRLs, और अपडेटेड बंपर दिए गए हैं। इसके अलावा, SUV में अब एक रियर पार्किंग कैमरा भी शामिल किया गया है — जो पहले नहीं था।

सेफ्टी फीचर्स

नई थार में अब ये फीचर्स मिलते हैं:

  • डुअल एयरबैग्स
  • ABS और EBD
  • इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC)
  • बिल्ट-इन रोल केज
  • रियर पार्किंग सेंसर और कैमरा

इंजन और परफॉर्मेंस

2025 थार में इंजन विकल्प पहले जैसे ही हैं। यह दो इंजन ऑप्शंस के साथ आती है:

  1. 2.0-लीटर mStallion पेट्रोल इंजन
  2. 2.2-लीटर mHawk डीजल इंजन

दोनों इंजन 6-स्पीड मैनुअल और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स विकल्पों में मिलते हैं। 4×4 ड्राइवट्रेन भी उपलब्ध है, जो इसे एक बेहतरीन ऑफ-रोडर बनाता है। पहले थार को मुख्य रूप से एक हार्डकोर ऑफ-रोड SUV के रूप में देखा जाता था, लेकिन अब यह मॉडल रोज़मर्रा की फैमिली यूज़ SUV के तौर पर भी फिट बैठता है। रियर AC वेंट्स, बेहतर सीटिंग, और ज्यादा स्टोरेज के साथ अब इसे परिवारों के लिए भी एक आरामदायक विकल्प बनाया गया है।

कीमत और वेरिएंट्स

नई Mahindra Thar 3-Door 2025 की कीमतें ₹9.99 लाख (एक्स-शोरूम) से शुरू होती हैं और टॉप वेरिएंट के लिए ₹14.49 लाख तक जाती हैं। SUV कुल छह रंगों में उपलब्ध होगी, जिनमें नेपोली ब्लैक, एवरेस्ट व्हाइट, रेड रेज, डेजर्ट सैंड, गैलेक्सी ग्रे, और एंटीक ब्रॉन्ज शामिल हैं।

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‘मेड इन इंडिया’ मारुति जिम्नी का दुनिया में डंका, 1 लाख यूनिट एक्सपोर्ट का रिकॉर्ड पार

जिम्नी

भारत की ऑटो इंडस्ट्री के लिए गर्व का पल! मारुति सुजुकी इंडिया ने घोषणा की है कि उसकी ऑफ-रोड एसयूवी ‘जिम्नी 5-डोर (Maruti Suzuki Jimny 5-Door)’ ने 1 लाख यूनिट निर्यात (Export) का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर लिया है। यह एसयूवी भारत में बनी है और अब तक 100 से ज्यादा देशों में भेजी जा चुकी है।

वैश्विक बाजारों में बढ़ती लोकप्रियता

मारुति सुजुकी ने 2023 में जिम्नी 5-डोर का निर्यात शुरू किया था, और सिर्फ एक साल में ही इसने 1 लाख यूनिट्स की डिलीवरी पूरी कर ली। यह एसयूवी जापान, मेक्सिको, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और चिली जैसे प्रमुख बाजारों में जबरदस्त डिमांड में है। जापान में इसे ‘Jimny Nomade’ नाम से बेचा जा रहा है, जहां इसे लॉन्च के कुछ ही दिनों में 50,000 से अधिक बुकिंग्स मिली थीं।

जिम्नी

 

कंपनी का बयान

मारुति सुजुकी के MD और CEO हिसाशी ताकेउची ने कहा, “जिम्नी की विरासत 50 साल से ज्यादा पुरानी है। 5-डोर जिम्नी का 1 लाख यूनिट निर्यात पार करना हमारे लिए गौरव का क्षण है। यह ‘Make in India for the World’ की असली मिसाल है।”

जिम्नी को खास बनाते हैं ये फीचर्स

  • दमदार 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन
  • पावरफुल ALLGRIP PRO (4WD) सिस्टम
  • मजबूत लैडर-फ्रेम चेसिस
  • बेहतरीन ऑफ-रोड परफॉर्मेंस

इन खूबियों की वजह से जिम्नी दुनिया भर के ऑटोप्रेमियों की पहली पसंद बन चुकी है।

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2025 की टॉप Adventure Bikes : Kawasaki KLE 500, Royal Enfield Himalayan 750, Guerrilla 450 और Aprilia Tuareg 457 का होगा जलवा

Bike

भारत और दुनिया भर के Bike प्रेमियों के लिए आने वाले महीने बेहद रोमांचक होने वाले हैं। Kawasaki, Royal Enfield और Aprilia जैसी बड़ी कंपनियाँ एक से बढ़कर एक नई Adventure और Roadster Bike लॉन्च करने की तैयारी में हैं। ये सभी मिड-कैपेसिटी सेगमेंट में नई जान डालने वाली हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन सी नई मशीनें आने वाली हैं और इनमें क्या खास रहेगा।

Kawasaki KLE 500: एक बार फिर लौटेगी “KLE” की दास्तान

लॉन्च डेट: 24 अक्टूबर 2025 (Global Debut at EICMA 2025, Milan)

Kawasaki अपनी मशहूर KLE सीरीज़ को फिर से ज़िंदा करने जा रही है। KLE 500 कंपनी की नई मिडलवेट एडवेंचर बाइक होगी, जो खासतौर पर उन राइडर्स के लिए बनाई गई है जो शहर की सड़कों से लेकर पहाड़ी रास्तों तक एक ही बाइक में रोमांच तलाशते हैं। इस बाइक में वही 451cc parallel-twin इंजन दिया जाएगा जो Ninja 500 और Eliminator 500 में इस्तेमाल होता है। यह इंजन लगभग 45 bhp पावर और 42.6 Nm टॉर्क देगा, जो 6-स्पीड गियरबॉक्स से जुड़ा होगा।

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मुख्य फीचर्स:

  • 21-इंच फ्रंट स्पोक्ड व्हील
  • लॉन्ग-ट्रैवल USD फोर्क्स
  • ड्यूल-पर्पज़ टायर
  • “Life is a Rally. Ride it” टैगलाइन के साथ दमदार लुक

भारत में यह Bike CKD (Completely Knocked Down) रूट से लाई जा सकती है, और लॉन्च के बाद इसका मुकाबला Honda NX500 से होगा।

Royal Enfield का डबल धमाका: Himalayan 750 और Guerrilla 450

Royal Enfield आने वाले महीनों में दो बड़ी बाइक्स के साथ मार्केट पर राज करने की तैयारी में है — एक प्रीमियम Adventure Tourer (Himalayan 750) और दूसरी रोडस्टर Guerrilla 450।

  • Royal Enfield Himalayan 750 : बड़ी, दमदार और आधुनिक
  • अनारण : नवंबर 2025 (EICMA 2025)
  • संभावित लॉन्च : मार्च 2026 (India)
  • संभावित कीमत : ₹4.5 लाख (Ex-Showroom)

नए Himalayan 750 को Royal Enfield का अब तक का सबसे एडवांस एडवेंचर मॉडल माना जा रहा है। इसमें नया 750cc parallel-twin इंजन होगा जो करीब 50 bhp पावर और 60 Nm टॉर्क देगा।

खास फीचर्स:

  • 19-इंच फ्रंट व्हील (Alloy/Spoke दोनों वेरिएंट)
  • ड्यूल-डिस्क ब्रेक्स
  • TFT डिस्प्ले विद Google Maps
  • बेहतर रोड हैंडलिंग और प्रीमियम सस्पेंशन सेटअप
  • यह बाइक लंबी टूरिंग के साथ ऑफ-रोड राइड्स के लिए भी परफेक्ट साबित होगी।
  •  Royal Enfield Guerrilla 450: रोड पर एटीट्यूड, DNA में एडवेंचर
  • भारत में लॉन्च: 2024
  • कीमत: ₹2.56 लाख से शुरू (Ex-Showroom)

Guerrilla 450, Himalayan 450 का रोडस्टर वर्ज़न है। इसमें वही 452cc Sherpa इंजन है जो 40 bhp पावर और 40 Nm टॉर्क देता है। 6-स्पीड गियरबॉक्स और स्लिपर क्लच के साथ इसकी परफॉर्मेंस काफी स्मूद है।

खास फीचर्स:

  • 17-इंच ट्यूबलेस व्हील्स
  • 11-लीटर टैंक
  • ड्यूल-चैनल ABS (स्विचेबल मोड्स के साथ)
  • 4-इंच TFT डिस्प्ले और Google Maps कनेक्टिविटी
  • Guerrilla 450 अपने मॉडर्न लुक, रिफाइंड इंजन और बेहतरीन राइडिंग पोज़िशन के कारण युवा राइडर्स के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है।
  •  Aprilia Tuareg 457: इटालियन स्टाइल और पावर का संगम
  • संभावित लॉन्च: अप्रैल 2026 (India)
  • कीमत: ₹4.60 – ₹4.80 लाख (Ex-Showroom)

Aprilia की नई Tuareg 457 कंपनी के RS 457 प्लेटफॉर्म पर आधारित होगी। यह बाइक मिड-कैपेसिटी एडवेंचर सेगमेंट में सबसे प्रीमियम फील देने का वादा करती है। इसमें 457cc parallel-twin इंजन मिलेगा, जो 47 bhp पावर जनरेट करेगा। इसे खास तौर पर ऑफ-रोड राइडिंग के लिए री-ट्यून किया गया है।

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खास फीचर्स:

  • 21-18 इंच स्पोक व्हील्स
  • लॉन्ग ट्रैवल सस्पेंशन
  • TFT डिस्प्ले, राइडिंग मोड्स
  • ट्रैक्शन कंट्रोल और स्विचेबल ABS
  • Aprilia Tuareg 457 का सीधा मुकाबला RE Himalayan 450 और KTM 390 Adventure से होगा।
  •  2025-26 होगा Adventure Bikes का साल!

Kawasaki, Royal Enfield और Aprilia—इन तीनों ब्रांड्स की आने वाली Bikes न केवल मिड-कैपेसिटी सेगमेंट में नई तकनीक और परफॉर्मेंस लाएंगी, बल्कि राइडर्स को “Adventure with Comfort” का असली अनुभव देंगी। चाहे आप शहर की सड़कों पर हों या पहाड़ों की चढ़ाई पर, आने वाला साल आपके लिए एक नई राइडिंग रेवोल्यूशन लेकर आ रहा है।

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Tata Nexon हुई और स्मार्ट : अब मिलेगी Level-2 ADAS सेफ्टी और नई Red Dark Edition की धाकड़ लुक

Tata Nexon

टाटा मोटर्स ने अपनी सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV Tata Nexon को और भी एडवांस बना दिया है। कंपनी ने इस पॉपुलर कॉम्पैक्ट SUV में अब Level-2 ADAS (Advanced Driver Assistance System) तकनीक जोड़ दी है और इसके साथ एक नई Red Dark Edition भी लॉन्च की है। ये अपडेट न सिर्फ Nexon की सेफ्टी को नई ऊंचाई पर ले जाता है, बल्कि इसके लुक्स और फीचर्स को भी ज्यादा प्रीमियम बनाता है। यह अपडेट ऐसे समय आया है जब Tata Nexon सितंबर 2025 में भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार रही — जिससे यह SUV सेगमेंट में टॉप पर बनी हुई है।

Level-2 ADAS: अब Nexon और भी सेफ और स्मार्ट

अब Tata Nexon सिर्फ एक स्टाइलिश SUV नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी से भरी स्मार्ट मशीन बन गई है। टाटा ने अब Nexon के पेट्रोल ऑटोमैटिक (DCT) टॉप वेरिएंट Fearless+ PS में Level-2 ADAS फीचर्स शामिल किए हैं। पहले यह टेक्नोलॉजी सिर्फ Nexon EV तक सीमित थी, लेकिन अब इसे फ्यूल वर्ज़न में भी दिया गया है।

ADAS पैकेज के तहत मिलने वाले मुख्य फीचर्स

  • Forward Collision Warning (FCW) : सामने अचानक रुकने वाली गाड़ियों की चेतावनी
  • Autonomous Emergency Braking (AEB) : खतरे की स्थिति में खुद-ब-खुद ब्रेक लगाना
  • Lane Departure Warning (LDW) : लेन से बाहर जाने पर अलर्ट
  • Lane Keep Assist (LKA) : गाड़ी को लेन में बनाए रखना
  • Lane Centering System (LCS) : गाड़ी को लेन के बीचोंबीच रखने में मदद
  • High Beam Assist (HBA) : सामने आने वाली गाड़ी देखकर हेडलाइट ऑटोमैटिक एडजस्ट
  • Traffic Sign Recognition : रोड साइन पढ़कर ड्राइवर को जानकारी देना

यह एडवांस्ड फीचर पैक करीब ₹26,000 का अतिरिक्त खर्च जोड़ता है, और ADAS वाले वेरिएंट की कीमत ₹13.53 लाख (एक्स-शोरूम) रखी गई है।

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नई Red Dark Edition: लुक में पूरी तरह दमदार

Tata Nexon को और स्टाइलिश बनाने के लिए Tata Motors ने इसका नया Red Dark Edition भी लॉन्च किया है। यह एडिशन पेट्रोल, डीज़ल और CNG — तीनों पावरट्रेन में उपलब्ध है और इसे टॉप वेरिएंट Fearless Plus PS पर आधारित किया गया है।

एक्सटीरियर (बाहरी लुक)

  • चमकदार Atlas Black पेंट
  • रेड एक्सेंट के साथ #DARK बैजिंग
  • ग्लॉसी ब्लैक ग्रिल, रूफ रेल और स्किड प्लेट्स
  • SUV को मिलता है एक बोल्ड और एग्रेसिव स्पोर्टी लुक

इंटीरियर (अंदर का केबिन)

  • पूरा ऑल-ब्लैक थीम रेड हाइलाइट्स के साथ
  • रेड लेदरट क्विल्टेड सीट्स और रेड स्टिचिंग
  • हेडरेस्ट पर #DARK एम्ब्रॉयडरी
  • 10.25-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और डिजिटल क्लस्टर पर खास रेड थीम

कीमत और वेरिएंट्स

Red Dark Edition वेरिएंट की कीमतें स्टैंडर्ड मॉडल से लगभग ₹28,000 ज्यादा हैं।

एक्स-शोरूम कीमतें इस प्रकार हैं

  • पेट्रोल मैनुअल ₹12.44 लाख
  • पेट्रोल DCA (ADAS सहित) ₹13.81 लाख
  • डीज़ल मैनुअल ₹13.52 लाख
  • डीज़ल AMT ₹14.15 लाख
  • CNG मैनुअल ₹13.36 लाख

सेफ्टी और मार्केट पोज़िशनिंग

Tata Nexon पहले से ही Global NCAP और Bharat NCAP दोनों से 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग पाने वाली भारत की इकलौती SUV है। अब ADAS फीचर्स के साथ यह SUV सुरक्षा और तकनीक दोनों मामलों में अपने सेगमेंट की सबसे एडवांस कार बन गई है। इसका सीधा मुकाबला अब नए Hyundai Venue Facelift और Kia Sonet जैसे मॉडलों से होगा, जिनमें जल्द ही ADAS फीचर्स आने की उम्मीद है।

नई Tata Nexon Red Dark Edition और Level-2 ADAS अपडेट के साथ, कंपनी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भारतीय बाजार में सेफ्टी और स्टाइल दोनों को संतुलित रखना संभव है। Nexon अब सिर्फ एक SUV नहीं, बल्कि एक “स्मार्ट सेफ्टी मशीन” बन गई है, जो डिजाइन, तकनीक और परफॉर्मेंस — तीनों मोर्चों पर आगे है।

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TVS Apache RTX 300 लॉन्च : ₹1.99 लाख में जबरदस्त एडवेंचर बाइक, मिलेंगे 4 राइडिंग मोड्स और 35.5 HP की ताकत

TVS Apache RTX 300

TVS मोटर कंपनी ने भारतीय मार्केट में अपनी नई एडवेंचर टूरर बाइक – TVS Apache RTX 300 को लॉन्च कर दिया है। इस लॉन्च के साथ कंपनी ने एडवेंचर सेगमेंट में आधिकारिक एंट्री ली है। दमदार परफॉर्मेंस, आधुनिक फीचर्स और स्टाइलिश डिजाइन वाली यह बाइक अब ₹ 1.99 लाख (एक्स-शोरूम) की शुरुआती कीमत पर उपलब्ध है। इसकी बुकिंग शुरू हो चुकी है और डिलीवरी 15 नवंबर 2025 से शुरू होगी।

इंजन और परफॉरमेंस

TVS Apache RTX 300 में 299.1 cc का लिक्विड-कूल्ड, सिंगल-सिलेंडर RT-XD4 इंजन दिया गया है, जो 9,000 rpm पर 35.5 हॉर्सपावर और 7,000 rpm पर 28.5 Nm टॉर्क जेनरेट करता है। इसमें 6-स्पीड गियरबॉक्स, असिस्ट + स्लिपर क्लच और बाई-डायरेक्शनल क्विकशिफ्टर दिया गया है। यह सेटअप इसे स्मूद और पावर-फुल राइडिंग अनुभव देता है, चाहे हाइवे हो या पहाड़ी रास्ते।

डिज़ाइन और कलर ऑप्शंस

बाइक का डिज़ाइन काफी मस्कुलर और एडवेंचर-फ्रेंडली है। यह एक मजबूत स्टील ट्रेलिस फ्रेम पर आधारित है और सामने ‘आई-शेप्ड’ LED हेडलैंप, बड़ी ट्रांसपेरेंट विंडस्क्रीन और पीछे लगेज रैक के साथ आती है।

TVS Apache RTX 300

उपलब्ध रंग:

  • वाइपर ग्रीन
  • मेटैलिक ब्लू
  • पर्ल व्हाइट
  • लाइटनिंग ब्लैक
  • टार्न ब्रॉन्ज

फीचर्स और टेक्नोलॉजी

TVS Apache RTX 300 को कंपनी ने अपने सेगमेंट में सबसे एडवांस बनाने की कोशिश की है।

इसमें शामिल हैं:

  • फुल-कलर TFT डिस्प्ले – ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, कॉल/SMS अलर्ट, मैप मिररिंग और GoPro कंट्रोल के साथ।
  • चार राइडिंग मोड्स – अर्बन, रेन, टूर और रैली।
  • सेफ्टी फीचर्स – डुअल-चैनल ABS, ट्रैक्शन कंट्रोल और क्रूज कंट्रोल।
  • सस्पेंशन – फ्रंट में 41 mm USD फोर्क्स, रियर में एडजस्टेबल मोनोशॉक।
  • कम्फर्ट फर्स्ट डिज़ाइन – ऊँचा हैंडलबार और चौड़ी सीटें लॉन्ग राइड्स के लिए।

मुकाबला किनसे होगा?

भारतीय मार्केट में इसका मुकाबला इन एडवेंचर बाइक्स से होगा:

  • KTM 250 Adventure
  • Yezdi Adventure
  • Royal Enfield Scram 440

इनमें से Apache RTX 300 अपने फीचर-टू-प्राइस रेशियो, पावरफुल इंजन, और TVS की रिलायबिलिटी की वजह से खास बढ़त रखती है।

स्पेसिफिकेशन

   फीचर   डिटेल्स
इंजन 299.1 cc लिक्विड-कूल्ड सिंगल-सिलेंडर
पावर 35.5 HP @ 9000 rpm
टॉर्क 28.5 Nm @ 7000 rpm
गियरबॉक्स 6-स्पीड (असिस्ट + स्लिपर क्लच, क्विकशिफ्टर)
राइडिंग मोड्स अर्बन, रेन, टूर, रैली
सस्पेंशन 41 mm USD फोर्क / रियर एडजस्टेबल मोनोशॉक
ब्रेकिंग डुअल-चैनल ABS
कीमत ₹ 1.99 लाख (एक्स-शोरूम)
डिलीवरी 15 नवंबर 2025 से शुरू

TVS Apache RTX 300 एडवेंचर बाइक सेगमेंट में एक नया और दमदार ऑप्शन लेकर आई है। इसकी पावर, फीचर्स और डिजाइन इसे राइडर्स के लिए एक ऑल-राउंड पैकेज बनाते हैं। ₹ 1.99 लाख की कीमत में यह बाइक निश्चित तौर पर “बेस्ट वैल्यू फॉर मनी एडवेंचर टूरर” साबित हो सकती है।

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Jaguar Land Rover (JLR) पर साइबर हमला : एक महीने बाद फिर से शुरू हुआ उत्पादन

Jaguar Land Rover

टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली ब्रिटिश लक्ज़री कार निर्माता Jaguar Land Rover (JLR) ने एक बड़े साइबर हमले से जूझने के बाद अपने सभी कारखानों में उत्पादन फिर से शुरू कर दिया है। इस हमले के चलते कंपनी को लगभग छह हफ्तों तक उत्पादन बंद रखना पड़ा, जिससे वैश्विक स्तर पर बिक्री और सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित हुई।

कैसे हुआ हमला

सूत्रों के मुताबिक, 31 अगस्त 2025 को कंपनी के आईटी सिस्टम पर एक बड़े पैमाने पर साइबर अटैक हुआ, जिससे उसके उत्पादन प्रबंधन और आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क पूरी तरह ठप हो गए। यह हमला इतना गंभीर था कि कंपनी को अपने सभी यूके और यूरोपीय संयंत्रों में उत्पादन रोकना पड़ा।

हालांकि, जांच में पाया गया कि यह हमला किसी अत्याधुनिक मालवेयर से नहीं, बल्कि फिशिंग और सोशल इंजीनियरिंग के जरिए कर्मचारियों की लॉगिन जानकारी चुराकर किया गया था। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले के पीछे “Scattered Lapsus$ Hunters” नामक ग्रुप हो सकता है |

Jaguar Land Rover

उत्पादन की वापसी

लगभग एक महीने से ज्यादा समय तक बंद रहने के बाद JLR ने अक्टूबर के पहले सप्ताह से चरणबद्ध तरीके से उत्पादन बहाल करना शुरू किया। सबसे पहले वॉल्वरहैम्प्टन इंजन प्लांट और हैम्स हॉल बैटरी असेंबली सेंटर में काम शुरू किया गया। इसके बाद सोलिहुल और स्लोवाकिया के निट्रा प्लांट में भी गाड़ियां बननी शुरू हुईं। अब कंपनी का हेलवुड प्लांट (जहां Range Rover Evoque और Land Rover Discovery Sport बनती हैं) भी पूरी तरह चालू हो गया है। कंपनी ने कहा है कि यह पुनःआरंभ “Controlled Restart” के रूप में किया जा रहा है — यानी आईटी सिस्टम की सुरक्षा जांच के बाद ही हर चरण को खोला जा रहा है।

बिक्री और नुकसान

साइबर हमले के असर के कारण JLR की खुदरा बिक्री (Retail) में लगभग 17% और थोक बिक्री (Wholesale) में 24% की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, अनुमान के अनुसार कंपनी को हर हफ्ते करीब £50 मिलियन (लगभग ₹520 करोड़) का नुकसान हुआ। कुल नुकसान का आंकड़ा $1.5 बिलियन (₹12,000 करोड़ से अधिक) तक पहुंच सकता है।

इन झटकों से उबरने के लिए ब्रिटेन सरकार ने JLR को £1.5 बिलियन के लोन गारंटी पैकेज की पेशकश की है ताकि कंपनी और उसकी सप्लाई चेन पार्टनर वित्तीय रूप से स्थिर रह सकें।

सप्लायर्स और ग्राहकों पर असर

हमले का सबसे बड़ा असर कंपनी के सप्लायर्स पर पड़ा। उत्पादन ठप होने से कई छोटे और मझोले आपूर्तिकर्ताओं को अस्थायी रूप से कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ी। JLR ने इन पार्टनर्स की मदद के लिए एक नया फंडिंग प्रोग्राम शुरू किया है, जिसके तहत सप्लायर्स को पहले से भुगतान कर नकदी संकट से राहत दी जाएगी। वहीं, कई ग्राहकों की गाड़ियों की डिलीवरी में देरी हुई और कुछ मामलों में डेटा लीक की आशंका भी जताई गई है।

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ऑटो उद्योग के लिए चेतावनी

यह घटना केवल JLR के लिए नहीं, बल्कि पूरे ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए चेतावनी है। जैसे-जैसे गाड़ियां अधिक “कनेक्टेड” और फैक्ट्रियां अधिक “डिजिटल” होती जा रही हैं, वैसे-वैसे साइबर हमलों का खतरा बढ़ता जा रहा है। अब तक कंपनियां लागत और दक्षता पर ध्यान देती थीं, लेकिन यह घटना दिखाती है कि “साइबर रेज़िलिएंस” (डिजिटल सुरक्षा की मजबूती) भी उतनी ही जरूरी है।

आगे की चुनौती

JLR का कहना है कि वह पूरी तरह सामान्य स्थिति में लौटने से पहले अपने सिस्टम्स, डेटा सुरक्षा और सप्लाई चैन की व्यापक समीक्षा करेगी। कंपनी फिलहाल सभी आईटी नेटवर्क की मॉनिटरिंग बढ़ा रही है ताकि भविष्य में ऐसा हमला दोबारा न हो। जगुआर लैंड रोवर का यह साइबर हमला ऑटोमोबाइल इतिहास की सबसे बड़ी डिजिटल घटनाओं में से एक बन गया है।

यह साबित करता है कि अब ऑटो इंडस्ट्री सिर्फ मशीन और मैनपावर पर नहीं, बल्कि साइबर सुरक्षा पर भी निर्भर है। आने वाले वर्षों में कंपनियों को सिर्फ कार बनानी नहीं होगी, बल्कि अपने डिजिटल फोर्ट्रेस (Digital Fortress) को भी मजबूत बनाना होगा।

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Indian ऑटो सेक्टर का जलवा : दूसरी तिमाही में वाहन निर्यात ने बनाया नया रिकॉर्ड, ‘मेड इन इंडिया’ वाहनों की बढ़ी विश्वभर में मांग

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भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग ने इतिहास रच दिया है। वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में भारत से यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों का निर्यात अब तक के सबसे ऊँचे स्तर पर पहुँच गया है। SIAM (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, इस तिमाही में भारत के कुल वाहन निर्यात में 26% की जबरदस्त बढ़त दर्ज की गई है। कुल 16.85 लाख यूनिट्स वाहनों का निर्यात हुआ, जो पिछले साल की तुलना में एक नया रिकॉर्ड है।

यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि भारत अब केवल एक बड़ा उपभोक्ता बाजार नहीं रहा, बल्कि वह वैश्विक वाहन निर्माण और निर्यात केंद्र (export hub) के रूप में उभर रहा है।

हर सेगमेंट में दिखी शानदार वृद्धि

निर्यात में आई तेजी किसी एक श्रेणी तक सीमित नहीं रही, बल्कि सभी वाहन सेगमेंट्स ने शानदार प्रदर्शन किया है।

  • यात्री वाहन (Passenger Vehicles): इस श्रेणी ने अपनी अब तक की सबसे मजबूत दूसरी तिमाही दर्ज की। यात्री वाहन निर्यात 23% बढ़कर 2,41,554 यूनिट्स तक पहुँच गया। इसमें कारों के निर्यात में 20.5% और यूटिलिटी व्हीकल्स (SUVs) में 26% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस सेगमेंट में Maruti Suzuki, Hyundai Motor India, और Tata Motors जैसी कंपनियाँ अग्रणी रहीं।
  • दोपहिया वाहन (Two-Wheelers): दोपहिया वाहन निर्यात ने भी नया रिकॉर्ड बनाया। इस श्रेणी में 25% की वृद्धि के साथ कुल 12,95,468 यूनिट्स विदेश भेजे गए। मोटरसाइकिलों का निर्यात 27% बढ़ा, जबकि स्कूटर सेगमेंट में 12% की वृद्धि रही।
  • तीनपहिया वाहन (Three-Wheelers): इस श्रेणी में निर्यात में सबसे ज्यादा 51% की छलांग लगी — यह पिछले छह वर्षों में सबसे ऊँचा स्तर है। कुल 1,23,480 यूनिट्स निर्यात किए गए।
  • वाणिज्यिक वाहन (Commercial Vehicles): ट्रक और अन्य व्यावसायिक वाहनों के निर्यात में भी 22% की बढ़त रही, जो 24,011 यूनिट्स तक पहुँचा।

कुल मिलाकर, अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच भारत ने 30.99 लाख वाहन विदेशों में भेजे — जो पिछले साल की तुलना में 24.4% अधिक है।

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क्यों बढ़ रही है ‘मेड इन इंडिया’ वाहनों की मांग

भारत के निर्यात में यह उछाल कई कारणों से संभव हुआ है —

  • भारतीय कंपनियों की किफायती निर्माण क्षमता और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन मानक ने विश्व बाजार में भरोसा जीता है।
  • विदेशी ऑटोमोबाइल कंपनियाँ भारत में बड़े पैमाने पर निवेश कर रही हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता बढ़ी है।
  • केंद्र सरकार की ‘Make in India’ नीति और निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं ने भी उद्योग को बड़ी मदद दी है।
  • भारतीय वाहन अब अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया जैसे बाजारों में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।

आर्थिक और रोजगार पर सकारात्मक असर

ऑटो निर्यात में इस अभूतपूर्व वृद्धि से भारत की अर्थव्यवस्था को बड़ा बल मिलेगा।

  • यह रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।
  • स्थानीय निर्माण इकाइयों और सप्लाई चेन नेटवर्क को मजबूती मिलेगी।
  • और सबसे अहम, यह भारत को वैश्विक ऑटो हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

ऑटो

SIAM के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा —“सभी सेगमेंट में आई वृद्धि दिखाती है कि भारतीय वाहनों की ब्रांड वैल्यू और गुणवत्ता को अब विश्व स्तर पर पहचान मिल रही है।”

भारत का ऑटो उद्योग अब सिर्फ घरेलू बाजार पर निर्भर नहीं है। “Made in India” वाहनों की वैश्विक मांग बढ़ने से भारत विश्व के शीर्ष वाहन निर्यातकों की सूची में शामिल होने की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। यह न केवल देश की औद्योगिक क्षमता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि भारत आने वाले वर्षों में वैश्विक ऑटोमोबाइल शक्ति (Global Automotive Power) बनने की राह पर है।

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Hyundai ने भारत में किया 5 बिलियन डॉलर का बड़ा ऐलान, देश बनेगा ग्लोबल एक्सपोर्ट हब

Hyundai

भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा। दक्षिण कोरियाई ऑटो दिग्गज Hyundai Motor India (HMIL) ने घोषणा की है कि वह साल 2030 तक 5.1 बिलियन डॉलर (करीब 45,000 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। इस निवेश का उद्देश्य भारत को Hyundai का वैश्विक निर्यात केंद्र (Global Export Hub) बनाना और देश में अपने कारोबार को नए स्तर तक पहुंचाना है।

भारत बनेगा Hyundai की वैश्विक रणनीति का केंद्र

Hyundai Motor Company के ग्लोबल प्रेसिडेंट और COO, जोस मुनोज ने इस मौके पर कहा, “भारत हमारी रणनीति का हिस्सा नहीं है — भारत ही रणनीति है।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट है कि Hyundai भारत को अब अपनी वैश्विक योजनाओं के केंद्र में रख रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि 2030 तक भारत से अपने कुल उत्पादन का करीब 30% निर्यात किया जाए। इसके अलावा, भारतीय बाजार में अपनी हिस्सेदारी को भी 15% से ऊपर ले जाने का Hyundai का इरादा है।

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निवेश का उपयोग

उत्पादन, तकनीक और R&D पर फोकस

Hyundai का कहना है कि इस निवेश का लगभग 60% हिस्सा रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) और नए उत्पादों के विकास में लगाया जाएगा, जबकि बाकी रकम उत्पादन क्षमता बढ़ाने, तकनीकी अपग्रेडेशन और नई फैक्ट्रियों के विस्तार पर खर्च होगी। वर्तमान में Hyundai के भारत में दो प्रमुख उत्पादन केंद्र हैं — एक चेन्नई में और दूसरा तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में। कंपनी इन संयंत्रों की उत्पादन क्षमता को 8.5 लाख यूनिट से बढ़ाकर 10 लाख यूनिट प्रतिवर्ष करने की योजना बना रही है।

26 नए मॉडल लॉन्च करेगी Hyundai

Hyundai Motor India के मैनेजिंग डायरेक्टर उनसू किम ने बताया कि कंपनी 2030 तक कुल 26 नए मॉडल लॉन्च करेगी, जिनमें 7 पूरी तरह नए नाम होंगे। इन मॉडलों में छोटी शहरी कारों से लेकर प्रीमियम SUV और MPV तक की रेंज शामिल होगी। कंपनी पहली बार ऑफ-रोड SUV और MPV (मल्टी-पर्पज व्हीकल) सेगमेंट में एंट्री करने जा रही है। यह कदम Mahindra, Toyota और Maruti Suzuki जैसे दिग्गज ब्रांडों को सीधी चुनौती देगा।

इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों पर बड़ा दांव

Hyundai ने यह भी पुष्टि की कि वह 2027 तक भारत में स्थानीय रूप से निर्मित बैटरी इलेक्ट्रिक SUV पेश करेगी। कंपनी का लक्ष्य अपने कुल उत्पादन में 52% पर्यावरण-अनुकूल वाहनों (EV, हाइब्रिड और CNG मॉडल) की हिस्सेदारी करना है। Hyundai के COO जोस मुनोज ने कहा, “भारत हमारे इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा। यह निवेश ‘मेक इन इंडिया’ और ‘ग्रीन मोबिलिटी’ दोनों को नई दिशा देगा।”

लक्जरी ब्रांड ‘Genesis’ की लॉन्चिंग जल्द

Hyundai ने अपने लक्जरी ब्रांड Genesis को भी भारत में लॉन्च करने की योजना बनाई है। कंपनी इसे 2027 तक स्थानीय रूप से असेंबल करके पेश करेगी। Genesis ब्रांड की गाड़ियां Mercedes-Benz, BMW और Audi जैसी प्रीमियम कंपनियों से मुकाबला करेंगी।

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Hyundai Capital के जरिए आसान फाइनेंसिंग

Hyundai अपने ग्राहकों को और सुविधाजनक अनुभव देने के लिए 2026 की दूसरी तिमाही तक Hyundai Capital को भारत में लॉन्च करेगी। इस फाइनेंशियल सर्विस यूनिट के ज़रिए ग्राहकों को किफायती लोन और लीजिंग सुविधाएं मिलेंगी, जिससे कार खरीदना और आसान होगा।

नए अवसर और रोज़गार की उम्मीदें

विशेषज्ञों का मानना है कि Hyundai के इस कदम से भारत में रोज़गार के हजारों नए अवसर पैदा होंगे। कंपनी की सप्लाई चेन, लॉजिस्टिक्स और कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में स्थानीय निवेशकों और स्टार्टअप्स के लिए भी बड़े मौके खुलेंगे।

ऑटो इंडस्ट्री विश्लेषक रजनीश वर्मा के अनुसार, “यह निवेश भारत को न केवल Hyundai के लिए बल्कि पूरे ऑटो सेक्टर के लिए एक ग्लोबल टेस्टिंग ग्राउंड बना देगा। इससे तकनीकी नवाचार और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में नई ऊर्जा आएगी।”

‘मेक इन इंडिया’ और EV मिशन को मिलेगी ताकत

यह निवेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘ग्रीन मोबिलिटी’ मिशन के अनुरूप है। Hyundai का लक्ष्य है कि भारत को विश्व के सबसे प्रतिस्पर्धी EV मैन्युफैक्चरिंग हब में से एक बनाया जाए। कंपनी स्थानीय सप्लायर्स और स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी करके भारत में एक मजबूत ऑटोमोबाइल इनोवेशन इकोसिस्टम भी तैयार करना चाहती है।

भारत में Hyundai का नया युग शुरू

Hyundai Motor India की 5 बिलियन डॉलर की यह घोषणा केवल एक निवेश नहीं, बल्कि भारत के ऑटो सेक्टर में एक नए युग की शुरुआत है। 2030 तक भारत Hyundai के लिए सिर्फ एक बाजार नहीं रहेगा — बल्कि यह उसका सबसे बड़ा निर्माण, निर्यात और नवाचार केंद्र बन जाएगा। “Hyundai अब भारत के साथ बढ़ रही है, न कि सिर्फ भारत में।” — जोस मुनोज, ग्लोबल प्रेसिडेंट, Hyundai Motor Company |

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Mercedes-Benz Vision V : पहियों पर चलता फर्स्ट-क्लास लाउंज, जो यात्रा को बना देगा Luxury अनुभव

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Mercedes-Benz ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि लक्जरी और इनोवेशन की दुनिया में उसका कोई मुकाबला नहीं। कंपनी ने अपनी नई कॉन्सेप्ट कार Vision V से पर्दा उठाया है, जो यात्रा के अनुभव को एक नए स्तर पर ले जाने का वादा करती है। यह कार सिर्फ एक वाहन नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता लक्जरी लाउंज है—जहां हर सफर बन जाएगा एक सिनेमा और स्पा जैसा अनुभव।

चलता-फिरता सिनेमा हॉल

Vision V का सबसे बड़ा आकर्षण है इसका 65-इंच का 4K डिस्प्ले, जो फर्श से बड़ी ही खूबसूरती से बाहर निकलता है। जब यह स्क्रीन सामने आती है, तो पीछे बैठने वाले यात्रियों को ऐसा महसूस होता है मानो वे किसी हाई-एंड थिएटर में बैठकर फिल्म देख रहे हों। इस विजुअल अनुभव को और प्रभावशाली बनाने के लिए, Mercedes-Benz ने इसमें 42 स्पीकरों वाला डॉल्बी एटमॉस सराउंड साउंड सिस्टम दिया है। सीटों में लगे vibration exciters यात्रियों को ध्वनि का एहसास शरीर तक पहुंचाते हैं—यानि आवाज को सिर्फ सुनना नहीं, महसूस करना भी संभव है।

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साथ ही, इसमें सात प्रोजेक्टर दिए गए हैं जो साइड की खिड़कियों पर 360° इमर्सिव विजुअल्स प्रोजेक्ट कर सकते हैं। यानी, कार के अंदर बैठे हुए भी यात्रियों को ऐसा अनुभव होगा जैसे वे किसी डिजिटल दुनिया का हिस्सा हों।

लक्जरी और प्राइवेसी का परफेक्ट मेल

Vision V के इंटीरियर को “Private Lounge” की तरह डिजाइन किया गया है। इसकी पिछली सीटें पूरी तरह फ्लैट होकर बेड में बदल जाती हैं, जिससे लंबी यात्राएं भी फर्स्ट-क्लास फ्लाइट जैसी आरामदायक बन जाती हैं। प्राइवेसी के लिए इसमें स्मार्ट ग्लास पार्टिशन दिया गया है, जो एक बटन दबाते ही अपारदर्शी (opaque) हो जाता है। ड्राइवर और यात्रियों के बीच यह ग्लास पूरी निजता सुनिश्चित करता है।

केबिन के हर कोने में प्रीमियम टच देखने को मिलता है — नप्पा लेदर, सफेद रेशम की सिलाई, और एक ऐसी सेंटर कंसोल जिसमें शतरंज बोर्ड और कस्टम रूम फ्रैगरेंस की बोतल छिपी हुई है। Mercedes-Benz ने इस डिजाइन को इस तरह तैयार किया है कि हर सेकंड “फर्स्ट-क्लास ट्रैवल” का एहसास दे।

टेक्नोलॉजी और डिजाइन का संगम

Vision V पूरी तरह इलेक्ट्रिक वैन है, जो Mercedes के नए VAN.EA (Van Electric Architecture) प्लेटफॉर्म पर बनी है। यह प्लेटफॉर्म विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वैन के लिए विकसित किया गया है, जो अधिक स्पेस, कम वाइब्रेशन और लंबी रेंज प्रदान करता है। कंपनी का दावा है कि इस प्लेटफॉर्म पर आधारित टॉप मॉडल की रेंज 500 किलोमीटर से अधिक होगी।

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इसके बाहरी डिजाइन में मर्सिडीज की सिग्नेचर एलईडी ग्रिल, फ्लोइंग बॉडी लाइन्स और एक भविष्यवादी लुक शामिल है जो इसे किसी sci-fi फिल्म से बाहर निकली कार जैसा बनाता है।

लॉन्च और प्रोडक्शन

Mercedes-Benz ने पुष्टि की है कि Vision V का प्रोडक्शन वर्जन 2026 तक लॉन्च किया जा सकता है। हालांकि कॉन्सेप्ट मॉडल के कुछ एक्सपेरिमेंटल फीचर्स उत्पादन में शामिल न भी हों, लेकिन इसका फोकस रहेगा — कम्फर्ट, टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रिक परफॉर्मेंस पर।

अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस हाई-एंड मॉडल की कीमत लगभग $200,000 (करीब ₹1.65 करोड़) तक हो सकती है। लॉन्च के बाद यह Lexus LM और Volvo EM90 जैसे प्रीमियम लक्जरी वैन सेगमेंट के मॉडलों को टक्कर देगा।

भविष्य की झलक

Vision V को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि यह सिर्फ एक कार नहीं, बल्कि भविष्य की ऑटोमोटिव लक्जरी की झलक है। यह मर्सिडीज का वह विज़न है जिसमें टेक्नोलॉजी, प्राइवेसी, एंटरटेनमेंट और कम्फर्ट — सब कुछ एक साथ मिलता है।

एक ऐसे दौर में जब वाहन सिर्फ यात्रा का साधन नहीं, बल्कि अनुभव बन चुके हैं, Vision V यह दिखाती है कि आने वाले सालों में ड्राइविंग नहीं, बल्कि राइडिंग ही लक्जरी होगी।

सारांश

  • नाम : Mercedes-Benz Vision V
  • मुख्य फीचर्स : 65-इंच 4K स्क्रीन, 42 स्पीकर्स के साथ डॉल्बी एटमॉस साउंड, फुली रिक्लाइनिंग सीट्स, स्मार्ट ग्लास प्राइवेसी पार्टिशन
  • प्लेटफॉर्म : VAN.EA इलेक्ट्रिक आर्किटेक्चर
  • रेंज : 500+ किमी (अनुमानित)
  • संभावित लॉन्च : 2026
  • अनुमानित कीमत : $200,000
  • मुख्य प्रतिस्पर्धी : Lexus LM, Volvo EM90

Mercedes-Benz Vision V ने यह साफ कर दिया है — भविष्य के वाहन सिर्फ चलेंगे नहीं, बल्कि  Luxury “अनुभव” देंगे।

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VinFast ने तमिलनाडु में शुरू किया अपना पहला भारतीय EV प्लांट, सालाना 1.5 लाख गाड़ियां बनाने का लक्ष्य

VinFast

वियतनाम की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी विनफास्ट (VinFast) ने भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यात्रा की औपचारिक शुरुआत कर दी है। कंपनी ने तमिलनाडु के थूथुकुडी (Thoothukudi) में अपने पहले भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन संयंत्र (EV Plant) का संचालन शुरू कर दिया है। यह कदम न केवल विनफास्ट की भारत में दीर्घकालिक निवेश प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि देश को दक्षिण एशिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन केंद्रों में से एक के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

$2 बिलियन निवेश और 400 एकड़ का अत्याधुनिक प्लांट

यह अत्याधुनिक फैक्ट्री SIPCOT इंडस्ट्रियल पार्क, थूथुकुडी में लगभग 400 एकड़ भूमि पर फैली हुई है। विनफास्ट ने इस प्रोजेक्ट में कुल $2 बिलियन (लगभग ₹16,700 करोड़) के निवेश की घोषणा की है। कंपनी के अनुसार, यह भारत में अब तक के सबसे बड़े विदेशी EV निवेशों में से एक है। शुरुआती चरण में उत्पादन क्षमता 50,000 यूनिट प्रति वर्ष तय की गई है, जिसे आने वाले वर्षों में 1.5 लाख वाहनों प्रति वर्ष तक बढ़ाने की योजना है।

फैक्ट्री में उपयोग की जा रही मशीनरी और उत्पादन तकनीक को “वर्ल्ड-क्लास” बताया गया है, जिसमें अत्याधुनिक रोबोटिक असेंबली लाइनें, ऑटोमेटेड पेंट शॉप और बैटरी पैकिंग यूनिट शामिल हैं। कंपनी का दावा है कि यहां उत्पादन प्रक्रियाएं अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण मानकों के अनुरूप होंगी।

VinFast

पहली कार VinFast VF 7 हुई तैयार

विनफास्ट ने अगस्त 2025 में इस प्लांट में ट्रायल प्रोडक्शन शुरू किया था, और अब कंपनी ने बताया है कि इस यूनिट से पहली कार VinFast VF 7 सफलतापूर्वक तैयार की जा चुकी है। VF 7 एक मिड-साइज़ इलेक्ट्रिक SUV है जो आधुनिक डिजाइन, लंबी रेंज और एडवांस कनेक्टिविटी फीचर्स के साथ आती है। इसके बाद कंपनी यहां से VF 6 मॉडल का भी उत्पादन शुरू करेगी, जो एक कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक SUV है और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए किफायती प्राइस सेगमेंट में उतारी जाएगी।

रोजगार और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा

इस फैक्ट्री के शुरू होने से तमिलनाडु में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे। शुरुआती चरण में लगभग 3,000 से 3,500 लोगों को सीधा रोजगार मिलने की उम्मीद है, जबकि अप्रत्यक्ष रूप से यह संख्या 10,000 से अधिक तक जा सकती है। इसके अलावा, कंपनी ने स्थानीय सप्लायर्स और MSME पार्टनर्स के साथ मिलकर एक मजबूत स्थानीय सप्लाई चेन नेटवर्क विकसित करने की योजना बनाई है।

तमिलनाडु सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “विनफास्ट का यह निवेश न केवल राज्य की औद्योगिक वृद्धि को बढ़ावा देगा, बल्कि भारत को वैश्विक EV उत्पादन मानचित्र पर प्रमुख स्थान पर स्थापित करेगा।”

भारत क्यों बना विनफास्ट की पसंद

विनफास्ट ने तमिलनाडु को अपना पहला भारतीय मैन्युफैक्चरिंग बेस इसलिए चुना क्योंकि यहां मजबूत ऑटोमोटिव इकोसिस्टम, प्रशिक्षित तकनीकी कार्यबल, और मुख्य बंदरगाहों के निकटता जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। थूथुकुडी पोर्ट की निकटता से निर्यात संचालन में भी आसानी होगी।

कंपनी का उद्देश्य इस फैक्ट्री को केवल भारतीय बाजार के लिए ही नहीं, बल्कि दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका के देशों के लिए एक निर्यात हब के रूप में विकसित करना है। इससे भारत में बने “VinFast” वाहनों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाने में आसानी होगी।

VinFast

भारत में बढ़ती EV मांग पर फोकस

भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन चुका है और यहां EV सेगमेंट में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। सरकारी प्रोत्साहनों और बढ़ती पर्यावरण जागरूकता के चलते उपभोक्ताओं का झुकाव इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर लगातार बढ़ रहा है। विनफास्ट इस अवसर का लाभ उठाकर भारतीय ग्राहकों को किफायती और तकनीकी रूप से एडवांस इलेक्ट्रिक SUV देने की तैयारी में है।

कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि भारतीय बाजार में एंट्री से न केवल बिक्री बढ़ेगी बल्कि भारत के EV इकोसिस्टम में नई प्रतिस्पर्धा और नवाचार भी आएगा।

स्थानीय उत्पादन से कीमतों में होगी कमी

VinFast का कहना है कि स्थानीय असेंबली और पार्ट मैन्युफैक्चरिंग शुरू होने के बाद वाहनों की कीमतों को भारतीय बाजार के अनुरूप बनाया जाएगा। इससे उपभोक्ताओं को किफायती दामों पर अंतरराष्ट्रीय क्वालिटी वाले EVs मिल सकेंगे।

इसके साथ ही कंपनी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और आफ्टरसेल्स सर्विस नेटवर्क को भी मजबूत करने के लिए भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी की योजना बना रही है।

सस्टेनेबल भविष्य की दिशा में बड़ा कदम

विनफास्ट की पैरेंट कंपनी Vingroup का लक्ष्य 2050 तक “नेट जीरो” उत्सर्जन हासिल करना है। इसी दिशा में भारत में स्थापित यह नया प्लांट 100% रिन्यूएबल एनर्जी आधारित उत्पादन की ओर अग्रसर है। फैक्ट्री में सोलर पैनल्स, वेस्ट रीसाइक्लिंग सिस्टम और वॉटर-रियूज टेक्नोलॉजी जैसी आधुनिक ग्रीन पहलें लागू की गई हैं।

आगे की राह

भारत में उत्पादन शुरू होने के साथ ही विनफास्ट अब स्थानीय डीलर नेटवर्क और आफ्टरसेल्स सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम कर रही है। कंपनी की योजना 2026 तक देश के 25 से अधिक शहरों में सेल्स और सर्विस नेटवर्क स्थापित करने की है।

विश्लेषकों का मानना है कि भारत में VinFast का आगमन टेस्ला और ह्युंडई जैसी वैश्विक कंपनियों के लिए भी नई चुनौती पेश करेगा। जहां टेस्ला अभी अपनी एंट्री को लेकर सरकारी बातचीत में लगी है, वहीं VinFast ने वास्तविक उत्पादन शुरू करके भारत में EV रेस में एक कदम आगे बढ़ा लिया है।

विनफास्ट का तमिलनाडु प्लांट भारत के इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह न केवल देश की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को गति देगा, बल्कि दक्षिण एशिया को वैश्विक EV विनिर्माण का नया केंद्र बनाने की दिशा में निर्णायक कदम साबित होगा।

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