YANGWANG U9 Xtreme ने रचा इतिहास : 496.22 किमी/घंटा की रफ्तार से बनी दुनिया की सबसे तेज़ इलेक्ट्रिक कार

YANGWANG U9 Xtreme

इलेक्ट्रिक कारों की दुनिया में अब तक की सबसे बड़ी छलांग चीन की कंपनी BYD (Build Your Dreams) के लक्ज़री ब्रांड YANGWANG U9 Xtreme ने लगाई है। 14 सितंबर 2025 को जर्मनी के ATP Automotive Testing Papenburg ट्रैक पर BYD की हाइपरकार YANGWANG U9 Xtreme (U9X) ने 496.22 किमी/घंटा की टॉप स्पीड हासिल कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस उपलब्धि के साथ, यह दुनिया की सबसे तेज़ प्रोडक्शन कार बन गई है — और खास बात यह है कि यह एक इलेक्ट्रिक वाहन है।

यह वही रिकॉर्ड है, जो पहले पेट्रोल से चलने वाली Bugatti Chiron Super Sport 300+ के नाम था, जिसने 490.484 किमी/घंटा की स्पीड दर्ज की थी। लेकिन अब BYD की यह सुपर मशीन बुगाटी को पीछे छोड़ते हुए रफ्तार की दुनिया में नया युग लेकर आई है — एक ऐसा युग जहाँ इलेक्ट्रिक हाइपरकारें पेट्रोल सुपरकारों को मात दे रही हैं।

डिज़ाइन और पावरट्रेन

YANGWANG U9 Xtreme, YANGWANG के U9 मॉडल का ट्रैक-केंद्रित स्पेशल वर्जन है। इसे “परफॉर्मेंस बियॉन्ड लिमिट्स” को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। यह BYD के YiSiFang (e⁴) प्लेटफॉर्म पर बनी है — वही तकनीक जो BYD की सभी हाई-एंड EVs की रीढ़ मानी जाती है।

इस कार में चार स्वतंत्र अल्ट्रा-हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक मोटरें लगी हैं, जिनमें से हर एक मोटर 555 kW की पावर देती है। कुल मिलाकर ये मोटरें लगभग 2,978 bhp (2,200 kW से अधिक) की जबरदस्त शक्ति उत्पन्न करती हैं। ये मोटरें 30,000 rpm तक घूमने में सक्षम हैं, जो किसी भी मौजूदा सुपरकार के बराबर या उससे आगे है।

YANGWANG U9 Xtreme

बैटरी और इलेक्ट्रिक सिस्टम

U9 Xtreme को पावर देने के लिए BYD ने इसमें 1,200 वोल्ट का अल्ट्रा-हाई-वोल्टेज सिस्टम लगाया है — जो सामान्य इलेक्ट्रिक कारों (800V तक) की तुलना में कहीं अधिक एडवांस्ड है। इस सिस्टम के साथ आती है BYD की विशेष “Blade Battery” तकनीक, जो लिथियम आयरन फॉस्फेट सेल्स पर आधारित है। यह बैटरी अत्यधिक टिकाऊ, सुरक्षित और तेज़ ऊर्जा ट्रांसफर करने में सक्षम है।

BYD ने यह भी बताया कि यह बैटरी 30C की डिस्चार्ज दर पर काम करती है, यानी यह बहुत कम समय में भारी मात्रा में पावर रिलीज़ कर सकती है — यही वजह है कि यह हाइपरकार 496.22 किमी/घंटा तक पहुँचने में सक्षम रही।

सस्पेंशन, टायर और एयरोडायनामिक्स

इतनी ऊँची रफ्तार पर कार को कंट्रोल में रखना किसी चमत्कार से कम नहीं होता, और इसके लिए U9 Xtreme को विशेष रूप से तैयार किया गया है। इस कार में BYD का DiSus-X एक्टिव सस्पेंशन सिस्टम लगाया गया है, जो रियल टाइम में ट्रैक की परिस्थितियों के अनुसार अपने डैम्पर्स को एडजस्ट करता है। इसके अलावा, कार का बॉडी स्ट्रक्चर पूरी तरह कार्बन फाइबर से बना है, जिससे वज़न कम और स्ट्रेंथ ज़्यादा मिलती है। इसका वज़न करीब 2,480 किलोग्राम है, लेकिन इसका एयरोडायनामिक डिज़ाइन इसे सड़क पर हवा की तरह सरकने देता है।

कार के पहिए 20 इंच के हैं और इनमें ट्रैक-ग्रेड सेमी-स्लिक टायर लगाए गए हैं, जो 500 किमी/घंटा तक की गति पर भी स्थिरता बनाए रखते हैं। इसका रियर स्पॉइलर और फ्रंट स्प्लिटर एक्टिव हैं, जो स्पीड के अनुसार अपने एंगल को बदलकर डाउनफोर्स को संतुलित करते हैं।

रिकॉर्ड रन

इस रिकॉर्ड रन को जर्मन रेसिंग ड्राइवर मार्क बासेंग (Marc Basseng) ने अंजाम दिया। ATP Papenburg ट्रैक पर उन्होंने U9 Xtreme को तीन लैप्स में चलाया — पहले लैप में कार ने 300 मील/घंटा पार किया, दूसरे में 302 मील/घंटा और तीसरे में आखिरकार 308.4 मील/घंटा (496.22 किमी/घंटा) की स्पीड को छू लिया।

YANGWANG U9 Xtreme

मार्क बासेंग ने इस रन के बाद कहा – “U9 Xtreme को चलाना एक अद्भुत अनुभव था। 400 किमी/घंटा के बाद भी कार पूरी तरह स्थिर थी। इलेक्ट्रिक मोटर की वजह से पावर डिलीवरी इतनी स्मूद थी कि मैं पूरी तरह ट्रैक पर ध्यान केंद्रित कर सका।” इस पूरे रिकॉर्ड रन को VBOX GPS सिस्टम से रिकॉर्ड किया गया, और इसकी पुष्टि BYD और ATP दोनों ने की।

लिमिटेड एडिशन : सिर्फ 30 यूनिट्स

BYD ने बताया है कि YANGWANG U9 Xtreme का उत्पादन बेहद सीमित रहेगा। पूरी दुनिया में इसकी सिर्फ 30 यूनिट्स ही बनाई जाएंगी, जिससे यह कार एक कलेक्टर की ड्रीम हाइपरकार बन गई है। हर यूनिट ग्राहक की पसंद के हिसाब से कस्टमाइज़ की जाएगी। अनुमान है कि इसकी कीमत लगभग ₹15 करोड़ से ₹20 करोड़ (ग्लोबली) तक होगी।

BYD की कार्यकारी उपाध्यक्ष स्टेला ली का बयान

BYD की कार्यकारी उपाध्यक्ष स्टेला ली (Stella Li) ने कहा – “YANGWANG का मकसद सिर्फ कार बनाना नहीं, बल्कि सीमाओं को तोड़ना है। यह रिकॉर्ड दिखाता है कि इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य सिर्फ क्लीन नहीं, बल्कि एक्सट्रीम भी है। दुनिया की सबसे तेज़ कार अब इलेक्ट्रिक है — यह हमारे ‘Build Your Dreams’ विज़न का सच्चा प्रतीक है।”

भविष्य की दिशा

YANGWANG U9 Xtreme का यह रिकॉर्ड सिर्फ एक स्पीड नंबर नहीं, बल्कि पूरी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए संकेत है कि इलेक्ट्रिक हाइपरकारों का युग शुरू हो चुका है। अब जब बुगाटी, कोएनिगसेग और हेनेसी जैसी कंपनियों को BYD जैसी इलेक्ट्रिक दिग्गज चुनौती दे रही हैं, तो स्पष्ट है कि आने वाले सालों में रफ्तार की परिभाषा बदल जाएगी। YANGWANG U9 Xtreme ने दुनिया को यह साबित कर दिया है कि भविष्य की गति, शक्ति और इंजीनियरिंग — सब कुछ इलेक्ट्रिक पावर पर आधारित होगा।

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जब सड़क पर उतरी पहली कार : Mercedes से Ferrari तक का अद्भुत सफर, जिन्होंने दुनिया की सड़कों का चेहरा बदल दिया

पहली कार

आज जब हम सड़कों पर दौड़ती शानदार और हाई-टेक कारों को देखते हैं, तो यह कल्पना करना मुश्किल हो जाता है कि कभी इंसानों को यात्रा के लिए सिर्फ बैलगाड़ी और घोड़ागाड़ी पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन इंसान की खोज और नवाचार ने यह तस्वीर बदल दी। 1886 में दुनिया की पहली कार के जन्म ने पूरे परिवहन जगत को बदलकर रख दिया। इसके बाद एक-एक करके कई दिग्गज कंपनियाँ आईं और अपनी-अपनी पहली कार लॉन्च करके इतिहास रचती गईं। आइए जानते हैं उन मशहूर ऑटोमोबाइल ब्रांड्स की पहली गाड़ियों की दिलचस्प कहानियाँ, जिन्होंने आज की मॉडर्न कारों की नींव रखी।

Mercedes-Benz : दुनिया की पहली कार (1886)

ऑटोमोबाइल इतिहास की शुरुआत Mercedes-Benz से होती है। 1886 में Karl Benz ने “Benz Patent-Motorwagen” का पेटेंट कराया। यह तीन पहियों वाली गाड़ी थी, जिसमें 0.75 हॉर्सपावर का इंजन लगा था। इसकी टॉप स्पीड महज़ 16 किमी/घंटा थी।

पहली कार

हालाँकि आज के समय में यह स्पीड बहुत कम लगती है, लेकिन उस समय यह किसी क्रांति से कम नहीं थी। यह गाड़ी इंसानी मेहनत से चलने वाले पहियों और घोड़ागाड़ी के दौर से आधुनिक ऑटोमोबाइल की ओर पहला कदम थी। इसी वजह से Benz Patent-Motorwagen को “दुनिया की पहली कार” माना जाता है।

Ford : Model A (1903)

अमेरिका की मशहूर कंपनी Ford का नाम आते ही लोगों को “Model T” याद आता है, लेकिन Ford की शुरुआत 1903 में “Model A” से हुई थी। यह कार उस समय किफायती नहीं थी, लेकिन इसने Ford को पहचान दिलाई। बाद में Henry Ford ने “Model T” बनाई, जिसने कार को आम आदमी की पहुंच में ला दिया। Model A को आज भी Ford की ऑटोमोबाइल यात्रा की असली शुरुआत माना जाता है।

Rolls-Royce : लग्ज़री का पहला अध्याय (1904)

अगर कारों में लग्ज़री और शाही ठाठ-बाट की बात हो तो Rolls-Royce का नाम सबसे ऊपर आता है। इस कंपनी ने 1904 में अपनी पहली कार बनाई थी। उस दौर में Rolls-Royce की कारें अपने बेहतरीन डिज़ाइन, मजबूती और रॉयल फ़ील के लिए जानी जाती थीं। यही कारण है कि Rolls-Royce को आज भी “राजाओं की कार” कहा जाता है। उनकी पहली कार ने वह स्टैंडर्ड सेट किया, जिसे कंपनी आज तक बनाए हुए है।

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Cadillac : Runabout / Model A (1902)

अमेरिका की एक और लग्ज़री कार कंपनी Cadillac ने 1902 में अपनी पहली कार बनाई थी, जिसका नाम “Runabout” था। बाद में इसे “Model A” कहा गया। इस कार में सटीक इंजीनियरिंग और नई तकनीक का इस्तेमाल हुआ था। Runabout ने Cadillac को “इंजीनियरिंग क्वालिटी” का पर्याय बना दिया और यह कंपनी जल्द ही अमेरिका में लग्ज़री कार ब्रांड के रूप में उभर गई।

Ferrari : स्पीड का बादशाह (1947)

जब बात स्पीड और रेसिंग की हो, तो Ferrari का नाम सबसे पहले आता है। कंपनी के संस्थापक Enzo Ferrari पहले Alfa Romeo के लिए काम करते थे। बाद में उन्होंने खुद की कंपनी शुरू की और 1947 में पहली कार “Ferrari Tipo 125” बनाई।

पहली कार

यह कार 1.5-लीटर V12 इंजन से लैस थी और इसे खास तौर पर रेसिंग के लिए डिज़ाइन किया गया था। Ferrari Tipo 125 ने न सिर्फ Ferrari की पहचान बनाई, बल्कि यह साबित कर दिया कि स्पीड और स्टाइल का कॉम्बिनेशन कैसे दुनिया को दीवाना बना सकता है।

Toyota : जापान की पहली पहचान (1936)

आज दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Toyota की शुरुआत 1936 में हुई थी। उनकी पहली कार “Toyota AA” थी। यह एक सिडान कार थी, जिसमें उस समय की आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया था। Toyota AA ने जापान को ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में खड़ा किया और यही कार Toyota के साम्राज्य की नींव बनी।

Renault : Voiturette (1898)

फ्रांस की कंपनी Renault की शुरुआत 1898 में हुई थी। Louis Renault ने खुद अपनी पहली कार “Voiturette” बनाई। यह छोटी और हल्की कार थी, जिसमें 1-सिलेंडर इंजन लगा था। Voiturette ने Renault को फ्रांस और यूरोप में एक अलग पहचान दिलाई। इस कार ने यह साबित किया कि छोटे और कॉम्पैक्ट डिज़ाइन भी कार बाजार में सफल हो सकते हैं।

Skoda : Laurin & Klement की शुरुआत

चेक कंपनी Skoda की जड़ें Laurin & Klement से जुड़ी हैं। उन्होंने अपनी पहली कार “Voiturette” के नाम से बनाई। यह कार यूरोपीय बाजार में लोकप्रिय हुई और Skoda को ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में जगह दिलाई। आज Skoda अपने स्टाइलिश और भरोसेमंद मॉडलों के लिए जानी जाती है।

Mahindra : भारत की ताकत (1954)

भारत की मशहूर कंपनी Mahindra & Mahindra ने 1954 में अपनी पहली गाड़ी “Jeep CJ3” बनाई। यह गाड़ी Willys Jeep के लाइसेंस पर भारत में बनाई गई थी। CJ3 मजबूत और कठिन रास्तों पर भी चलने के लिए मशहूर थी। यह कार भारतीय सेना और ग्रामीण इलाकों में खूब इस्तेमाल हुई। Mahindra की यही गाड़ी बाद में कंपनी की ताकत और पहचान बनी।

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Hindustan Motors : Ambassador (1956)

भारत की पहली मशहूर घरेलू कार Hindustan Motors Ambassador थी। इसे 1956 में लॉन्च किया गया और यह ब्रिटिश कार Morris Oxford पर आधारित थी। Ambassador ने कई दशकों तक भारतीय सड़कों पर राज किया। सरकारी अधिकारियों से लेकर टैक्सी ड्राइवरों तक, यह कार हर किसी की पसंद थी। इसे भारत की “राष्ट्रीय कार” भी कहा जाता है।

पहली कार

1886 में तीन पहियों वाली Benz Patent-Motorwagen से लेकर Ferrari की रेसिंग कारों, Toyota की सिडान और Mahindra की मजबूत Jeep तक—हर पहली कार एक मील का पत्थर रही। इन गाड़ियों ने साबित किया कि ऑटोमोबाइल सिर्फ एक परिवहन साधन नहीं, बल्कि एक सोच और विज़न है। आज जब हम हाई-टेक इलेक्ट्रिक और सेल्फ-ड्राइविंग कारों की बात करते हैं, तो यह याद रखना जरूरी है कि यह सफर उन्हीं पहली कारों से शुरू हुआ था।

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G.S.T काउंसिल का बड़ा फैसला : छोटे वाहनों को मिली राहत, SUV और लग्ज़री गाड़ियों पर बढ़ा टैक्स, कीमतों पर साफ असर

G.S.T काउंसिल

भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए G.S.T काउंसिल ने 22 सितंबर 2025 से लागू होने वाला नया टैक्स स्ट्रक्चर घोषित किया है। यह फैसला 56वीं जीएसटी काउंसिल की बैठक में लिया गया और इसे भारत की ऑटो इंडस्ट्री के लिए एक ऐतिहासिक बदलाव माना जा रहा है। नए नियमों के तहत जहां छोटे वाहनों और 350cc तक की बाइकों पर टैक्स घटाकर 18% कर दिया गया है, वहीं बड़ी कारों, एसयूवी, लग्ज़री व्हीकल्स, प्रीमियम बाइक्स और निजी याट्स/एयरक्राफ्ट पर टैक्स बढ़ाकर 40% कर दिया गया है।

सरकार का मकसद इस बदलाव के जरिए दोहरा है—एक ओर आम जनता को राहत देकर छोटे वाहनों की बिक्री को बढ़ावा देना, और दूसरी ओर लग्ज़री व उच्च क्षमता वाले वाहनों से अतिरिक्त राजस्व अर्जित करना।

छोटे वाहनों पर राहत

मध्यम वर्ग और ग्रामीण इलाकों में सबसे ज़्यादा मांग रखने वाले छोटे वाहनों और बाइकों को इस बार सबसे बड़ी राहत दी गई है। पेट्रोल, CNG या LPG कारें जिनकी इंजन क्षमता 1200cc तक है और लंबाई 4,000 मिमी से कम है, अब केवल 18% जीएसटी स्लैब में आएंगी। वहीं डीज़ल इंजन वाली गाड़ियाँ जिनकी क्षमता 1500cc तक है और लंबाई 4,000 मिमी से कम है, वे भी इसी दायरे में रहेंगी। यही नियम 350cc तक की मोटरसाइकिलों पर भी लागू होगा।

G.S.T काउंसिल

पहले इन वाहनों पर 28% जीएसटी के साथ 1% से 22% तक का अतिरिक्त सेस (Cess) भी लगाया जाता था। यानी कुल टैक्स बोझ काफी अधिक था। अब टैक्स घटाकर सीधे 18% कर दिए जाने से गाड़ियों की एक्स-शोरूम प्राइस कम हो जाएगी और इसका सीधा असर ऑन-रोड प्राइस पर भी दिखेगा। रोड टैक्स और इंश्योरेंस जैसे चार्ज बेस प्राइस पर ही कैलकुलेट होते हैं, इसलिए उपभोक्ता को कुल मिलाकर बड़ी राहत मिलेगी।

SUV और लग्ज़री वाहनों पर बढ़ा टैक्स

इसके विपरीत बड़ी कारों, एसयूवी और लग्ज़री वाहनों पर टैक्स दर बढ़ा दी गई है। अब 1200cc से ऊपर की पेट्रोल/हाइब्रिड गाड़ियाँ, 1500cc से ऊपर की डीज़ल गाड़ियाँ और 4,000 मिमी से ज्यादा लंबाई वाली कारें 40% जीएसटी स्लैब में आएंगी। यही नियम 350cc से अधिक इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकिलों, निजी याट्स और पर्सनल एयरक्राफ्ट पर भी लागू होगा।

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हालांकि, यह भी ध्यान देने वाली बात है कि कई एसयूवी जैसे Hyundai Creta, Kia Seltos और Tata Harrier पहले 28% जीएसटी के साथ 22% तक का सेस झेलती थीं। यानी उनका टैक्स बोझ लगभग 50% तक पहुँच जाता था। अब फ्लैट 40% टैक्स लगाए जाने से इन गाड़ियों की कीमतें पहले से कुछ कम हो सकती हैं। यानी एसयूवी खरीदारों के लिए यह पूरी तरह से नकारात्मक खबर नहीं है।

इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर कोई बदलाव नहीं

सरकार ने अपनी ई-मोबिलिटी नीति को आगे बढ़ाते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों पर टैक्स दर को 5% पर ही बरकरार रखा है। यह संकेत है कि सरकार चाहती है लोग इलेक्ट्रिक गाड़ियों की ओर और तेज़ी से बढ़ें।

उद्योग और ग्राहकों पर असर

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने इस कदम का स्वागत किया है। इंडस्ट्री का मानना है कि छोटे वाहनों और टू-व्हीलर्स की कीमत घटने से बिक्री में तेज़ी आएगी, खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में जहां इस तरह की गाड़ियों की सबसे ज़्यादा मांग रहती है।

त्योहारी सीजन से ठीक पहले यह फैसला आने से बिक्री में उछाल आने की संभावना है। मारुति सुज़ुकी, टाटा मोटर्स, हीरो मोटोकॉर्प और बजाज जैसी कंपनियों को इससे सबसे अधिक फायदा होगा। वहीं, लग्ज़री गाड़ियों और प्रीमियम बाइक्स बनाने वाली कंपनियों को टैक्स बढ़ने से कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, हालांकि प्रीमियम ग्राहक वर्ग पर कीमतों का बहुत अधिक असर आमतौर पर नहीं पड़ता।

कार पार्ट्स और सर्विस पर असर

जीएसटी काउंसिल ने सभी कार पार्ट्स और एक्सेसरीज़ पर टैक्स दर को भी 18% पर ला दिया है। इससे पहले अलग-अलग पार्ट्स पर अलग-अलग टैक्स दरें लागू थीं, जो कंपनियों और ग्राहकों दोनों के लिए जटिलता पैदा करती थीं। अब इस फैसले से सर्विस और रिपेयरिंग का खर्च कुछ हद तक कम हो सकता है।

लोकप्रिय गाड़ियों और बाइकों की अनुमानित नई कीमतें

इस टैक्स बदलाव का सीधा असर लोकप्रिय कारों और बाइकों की कीमतों पर भी दिखेगा। अनुमान के मुताबिक, छोटे वाहनों और 350cc तक की बाइकों की कीमतों में ₹50,000 से लेकर ₹1 लाख तक की कटौती हो सकती है। वहीं एसयूवी और बड़ी गाड़ियों पर पहले जितना टैक्स बोझ था, उसमें कुछ कमी आई है, जिससे उनकी कीमतें औसतन 10–12% तक घट सकती हैं।

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उदाहरण के लिए, Maruti Swift की एक्स-शोरूम कीमत करीब ₹6.5 लाख है। पुराने टैक्स स्लैब में इसकी कीमत पर 28% टैक्स लगता था, लेकिन अब 18% स्लैब में आने से कीमत ₹5.9–6.1 लाख तक आ सकती है। Hyundai i20 की कीमत ₹7.5 लाख से घटकर ₹6.8–7.0 लाख तक जा सकती है। इसी तरह Tata Punch की कीमत भी करीब ₹40,000–50,000 तक कम हो सकती है।

बाइकों की बात करें तो Hero Splendor Plus की मौजूदा कीमत करीब ₹80,000 है। नए टैक्स स्ट्रक्चर के बाद यह ₹72,000–74,000 तक आ सकती है। Honda Shine (₹90,000) की कीमत भी घटकर ₹81,000–83,000 तक हो सकती है। Royal Enfield Classic 350 (₹2 लाख) की कीमत 18% टैक्स स्लैब में आने के बाद ₹1.8–1.85 लाख तक पहुँच सकती है।

बड़ी गाड़ियों और बाइकों के मामले में

Hyundai Creta (₹12 लाख) अब लगभग ₹11–11.3 लाख तक आ सकती है। Kia Seltos (₹13 लाख) की कीमत ₹12–12.3 लाख तक हो सकती है। Tata Harrier (₹15 लाख) अब ₹13.8–14.2 लाख तक मिल सकती है। Royal Enfield Interceptor 650 (₹3.2 लाख) की कीमत घटकर ₹2.9–3.0 लाख तक हो सकती है। यहां तक कि Toyota Fortuner (₹35 लाख) भी करीब ₹32–32.5 लाख में मिल सकती है।

निष्कर्ष

G.S.T काउंसिल का यह फैसला भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। छोटे वाहनों और बाइकों पर टैक्स घटाकर जहां आम उपभोक्ता की जेब हल्की की गई है, वहीं बड़ी और लग्ज़री गाड़ियों पर टैक्स बढ़ाकर सरकार ने राजस्व में संतुलन बनाने की कोशिश की है। इलेक्ट्रिक वाहनों को सस्ती श्रेणी में बनाए रखना सरकार की ई-मोबिलिटी प्राथमिकताओं को दर्शाता है। आने वाले महीनों में इसका असर बिक्री और उपभोक्ता मांग पर साफ नज़र आएगा। छोटे वाहनों और टू-व्हीलर्स की बिक्री में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है, जबकि लग्ज़री गाड़ियों पर इसका असर सीमित ही रहेगा। कुल मिलाकर यह कदम ऑटो सेक्टर को नई ऊर्जा देने वाला साबित हो सकता है।

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Maruti Suzuki ने बनाया नया रिकॉर्ड : सितंबर 2025 में 1.89 लाख गाड़ियाँ बिकीं, निर्यात ने तोड़ा सभी पुराने रिकॉर्ड

Maruti Suzuki

भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने सितंबर 2025 में एक नया इतिहास रच दिया। कंपनी ने कुल 1,89,665 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जिसमें सबसे बड़ी उपलब्धि रही रिकॉर्ड तोड़ 42,204 यूनिट्स का निर्यात। यह किसी भी एक महीने में कंपनी का अब तक का सबसे ऊँचा निर्यात आँकड़ा है।

कुल बिक्री पिछले साल सितंबर 2024 में दर्ज 1,84,727 यूनिट्स की तुलना में लगभग 2.7% अधिक रही। इनमें 1,35,711 यूनिट्स घरेलू बाजार में, 11,750 यूनिट्स अन्य OEMs को और बाकी 42,204 यूनिट्स विदेशी बाजारों में बेची गईं।

निर्यात में बेमिसाल छलांग

सितंबर 2025 में मारुति का निर्यात 52% से ज़्यादा बढ़कर 42,204 यूनिट्स पर पहुँच गया, जबकि पिछले साल इसी महीने यह आँकड़ा 27,728 यूनिट्स था। यह बढ़ोतरी साफ़ दिखाती है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारतीय कारों, खासकर Maruti Suzuki की कॉम्पैक्ट और मिड-साइज़ कारों की मांग तेजी से बढ़ रही है।

घरेलू बिक्री का हाल

घरेलू स्तर पर हालांकि थोड़ी गिरावट देखने को मिली। सितंबर 2024 के मुकाबले इस साल की घरेलू बिक्री करीब 8.3% कम रही। कंपनी का कहना है कि महीने के आखिर में लॉजिस्टिक्स से जुड़ी दिक्कतों के कारण थोक बिक्री प्रभावित हुई। फिर भी, त्योहारी सीजन की शुरुआत शानदार रही। नवरात्रि के पहले आठ दिनों में 1.65 लाख यूनिट्स की डिलीवरी हुई, जो उपभोक्ताओं की मजबूत खरीदारी भावना को दर्शाता है।

Maruti Suzuki सेगमेंट-वाइज परफॉर्मेंस (सितंबर 2025)

मिनी कारें (Alto, S-Presso) : बिक्री घटी और केवल 7,208 यूनिट्स ही बिक पाईं, जबकि पिछले साल यह आँकड़ा 10,363 था।

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कॉम्पैक्ट कारें (Baleno, Swift, Dzire, WagonR) : यह सेगमेंट कंपनी का सबसे मजबूत स्तंभ रहा। बिक्री 60,480 से बढ़कर 66,882 यूनिट्स तक पहुँच गई।

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यूटिलिटी वाहन (Brezza, Grand Vitara, Ertiga, Fronx) : यहाँ भारी गिरावट आई और आँकड़ा 61,549 से घटकर 48,695 यूनिट्स रह गया।

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वैन (Eeco) : बिक्री भी 11,908 से घटकर 10,035 यूनिट्स तक आ गई।

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अप्रैल–सितंबर 2025 का आधा सालाना ट्रेंड

छह महीनों का डेटा साफ़ दिखाता है कि Maruti Suzuki के लिए कॉम्पैक्ट कारें और यूटिलिटी व्हीकल्स ही बिक्री के सबसे बड़े ड्राइवर बने हुए हैं, जबकि मिनी कार सेगमेंट लगातार गिरावट में है।

कॉम्पैक्ट सेगमेंट : कुल 3.68 लाख यूनिट्स बिकीं। डिजायर, स्विफ्ट और वैगनआर टॉप सेलर्स रहे।

यूटिलिटी वाहन : कुल बिक्री लगभग 5.09 लाख यूनिट्स रही, जो पिछले साल की तुलना में 32% ज़्यादा है।

मिनी सेगमेंट : लगातार कमजोर। औसत मासिक बिक्री 6,300-7,200 यूनिट्स ही रही।

ईको वैन और सुपर कैरी : स्थिर प्रदर्शन, औसत बिक्री 10-12 हजार यूनिट्स रही।

निष्कर्ष

सितंबर 2025 Maruti Suzuki के लिए एक मील का पत्थर महीना साबित हुआ। जहाँ घरेलू बिक्री में थोड़ी गिरावट देखने को मिली, वहीं निर्यात ने कंपनी को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया। त्योहारों के मौसम में बढ़ती मांग और कॉम्पैक्ट कारों की मजबूत पकड़ से यह साफ़ है कि आने वाले महीनों में Maruti Suzuki भारत और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में अपनी पकड़ और मजबूत करने वाली है।

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अक्टूबर 2025 में भारतीय कार बाजार में नई गाड़ियों का धमाका : Mahindra, Skoda, BMW, Hyundai और Tata की धमाकेदार लॉन्च

भारतीय कार बाजार

भारतीय कार बाजार अक्टूबर 2025 में नई लॉन्च और अपडेटेड मॉडल्स के साथ बेहद रोमांचक होने वाला है। इस महीने में फेसलिफ्ट SUV, इलेक्ट्रिक वाहन (EV), CNG वेरिएंट और लक्जरी कारें बाजार में दस्तक देंगी। Mahindra, Skoda, BMW, Hyundai, Toyota और Tata जैसी प्रमुख कंपनियां ग्राहकों के लिए त्योहारी सीजन से पहले कई विकल्प पेश करने जा रही हैं।

Mahindra की दमदार SUVs : Thar, Bolero और Scorpio

Mahindra एंड Mahindra अक्टूबर के पहले सप्ताह में अपने लोकप्रिय SUVs Thar और Bolero के फेसलिफ्ट संस्करण लॉन्च करेगी।

Mahindra Thar Facelift – 2 अक्टूबर 2025

Thar का यह फेसलिफ्ट मॉडल कई नई खूबियों के साथ आएगा। इसमें नया फ्रंट ग्रिल, रिडिजाइन बम्पर और LED प्रोजेक्टर हेडलैंप शामिल हैं। DRLs सी-शेप में होंगे और नए अलॉय व्हील डिजाइन इसे और आकर्षक बनाएंगे।

इंटीरियर में 10.25-इंच का बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, नया स्टीयरिंग व्हील, फ्रंट सीट आर्मरेस्ट और रियर-व्यू कैमरा जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा रियर वाइपर और डिफॉगर जैसी सुविधाएं भी दी गई हैं। खास बात यह है कि इस बार Thar में 4×2 RWD विकल्प भी पेश किया जाएगा, जो ग्राहकों को और अधिक विकल्प देगा।

Mahindra Bolero Facelift – 6 अक्टूबर 2025

Bolero का यह फेसलिफ्ट मॉडल बॉक्सी डिज़ाइन और 7-सीट कॉन्फ़िगरेशन को बरकरार रखते हुए लॉन्च होगा। कैबिन में नया टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और ब्लैक एक्सटीरियर फिनिश इसे और प्रीमियम लुक देंगे। मामूली अपडेटेड बम्पर और नए एक्सटीरियर फीचर्स इसे और आकर्षक बनाएंगे।

भारतीय कार बाजार

Mahindra Scorpio X – 30 अक्टूबर 2025

Mahindra Scorpio X अक्टूबर के अंत तक लॉन्च होने की संभावना है। अभी इसके फीचर्स और कीमत की आधिकारिक जानकारी नहीं आई है, लेकिन यह SUV बाजार में काफी चर्चा में रहने वाली है।

परफॉर्मेंस और लक्जरी सेगमेंट

Skoda Octavia RS – 17 अक्टूबर 2025

Skoda Octavia RS एक परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड सेडान है, जिसे भारत में CBU (Completely Built Unit) के रूप में लाया जाएगा। केवल 100 यूनिट्स बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी। इसमें 2.0-लीटर TSI पेट्रोल इंजन मिलेगा, जो 261bhp पावर और 370Nm टॉर्क जेनरेट करेगा। यह कार 7-स्पीड DSG ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आएगी। प्री-बुकिंग 6 अक्टूबर से शुरू होगी और डिलीवरी नवंबर में शुरू होने की उम्मीद है।

भारतीय कार बाजार

BMW iX 2025 – 14 अक्टूबर 2025

BMW iX 2025 एक लक्जरी इलेक्ट्रिक SUV है। इसकी अनुमानित कीमत लगभग 1.45 करोड़ रुपये है। यह वाहन ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आएगा और लक्जरी EV सेगमेंट में BMW का एक महत्वपूर्ण जोड़ साबित होगा।

भारतीय कार बाजार

कॉम्पैक्ट SUV और नए डिजाइन

Hyundai New Venue – 23 अक्टूबर 2025

Hyundai की नई Venue बॉक्सी और आकर्षक डिजाइन के साथ आएगी। इसमें आयताकार ग्रिल, पैनोरमिक सनरूफ और वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें शामिल हैं। कार में डुअल 12.3-इंच स्क्रीन (इंफोटेनमेंट और ड्राइवर डिस्प्ले) और लेवल-2 ADAS सिस्टम के साथ 360-डिग्री कैमरा जैसी प्रीमियम सुविधाएँ होंगी।

Toyota Urban Cruiser 2025 – अक्टूबर 2025

Toyota Urban Cruiser 2025 अक्टूबर में लॉन्च होगी। यह Maruti Suzuki Brezza का रीबैज्ड मॉडल है जिसमें कुछ डिजाइन अपडेट और बेहतर कनेक्टिविटी फीचर्स मिलेंगे। सनरूफ और इंटीरियर अपडेट इसे और आकर्षक बनाएंगे।

इलेक्ट्रिक और CNG Options

Vinfast VF 3 – अक्टूबर 2025

Vinfast की कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक SUV VF 3 अक्टूबर में लॉन्च हो सकती है। इसमें 16-इंच अलॉय व्हील्स, 10-इंच टचस्क्रीन और लगभग 201 किलोमीटर की ड्राइविंग रेंज होगी। यह MG Comet और Tata Tiago EV जैसी गाड़ियों को टक्कर देगी।

भारतीय कार बाजार

Tata Curvv CNG – अक्टूबर 2025

Tata Curvv का CNG वेरिएंट अक्टूबर में लॉन्च होगा। इसमें ट्विन-सिलेंडर CNG टैंक और 1.2-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन का संयोजन मिलेगा। यह SUV ईंधन-कुशल विकल्प चाहने वाले ग्राहकों के लिए एक बढ़िया विकल्प साबित होगी।

अक्टूबर 2025 का महीना भारतीय कार प्रेमियों के लिए बेहद खास रहने वाला है। नए फेसलिफ्ट मॉडल, इलेक्ट्रिक SUV, CNG विकल्प और लक्जरी कारों के साथ यह त्योहारी सीजन ग्राहकों के लिए और भी रोमांचक बन जाएगा। Mahindra, Skoda, BMW, Hyundai, Toyota और Tata सभी अपने नए मॉडल के साथ बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने की पूरी कोशिश करेंगी।

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Ambani की कार भी पड़े सस्ती – करोड़ों में बिक रही दुनिया की सबसे महंगी साइकिल कीमत जानकर चौक जाएंगे

दुनिया की सबसे महंगी साइकिल

साइकिल हमेशा से आम आदमी के सफ़र का साधन मानी जाती रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कुछ साइकिलों की कीमत लग्ज़री कारों और प्राइवेट जेट्स को भी टक्कर देती है? जी हाँ, कुछ ऐसी एक्सक्लूसिव और आर्टिस्टिक साइकिलें हैं जिनकी कीमत करोड़ों रुपये तक पहुँच जाती है। ये साइकिलें सिर्फ़ … Read more

Hyundai Staria : 7-सीटर चलती-फिरती लग्ज़री होम या 60 लाख की महंगी भूल?

Hyundai Staria

भारत में SUVs का क्रेज़ किसी से छुपा नहीं है। हर दूसरा कार खरीदार SUV की तरफ आकर्षित होता है क्योंकि उसमें पावर, कम्फर्ट और बड़ा स्पेस सब कुछ मिलता है। लेकिन अब Hyundai एक ऐसी कार लेकर आ रही है जिसे देखने के बाद शायद लोग SUV को भी भूल जाएं। हम बात कर … Read more

Hero Splendor 2025 Review : 4 Modern Features जो हैरान करेंगे और 2 Limitations जो खटकेंगी

Hero Splendor

भारत में जब भी किसी भरोसेमंद और किफायती मोटरसाइकिल की बात होती है, तो सबसे पहले दिमाग में आता है Hero Splendor का नाम। यह सिर्फ़ एक बाइक नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी का साथी है। लगभग हर मोहल्ले, हर गाँव और हर शहर में आपको Hero Splendor चलते हुए नज़र आ … Read more

Top 5 Bikes – भारत में 1 लाख से कम कीमत वाली 65+ KMPL माइलेज के साथ बेहतरीन बाइक्स

Top 5 Bikes

Top 5 Bikes : भारत में बाइक खरीदते समय सबसे पहला सवाल यही आता है कि “कितना माइलेज देती है?” क्योंकि यहां ज़्यादातर लोग रोज़ाना ऑफिस, कॉलेज या लंबी दूरी के सफर के लिए बाइक का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के बीच एक ऐसी बाइक चुनना बेहद ज़रूरी हो जाता … Read more

Ambani भी नहीं खरीद सकता है इस कार को Rolls-Royce La Rose Noire Droptail : क्या कोई कार हो सकता है इतना महंगा

Rolls-Royce

Rolls-Royce Motor Cars ने अपने Coachbuild प्रोग्राम के तहत प्रस्तुत की है La Rose Noire Droptail, एक ऐसा अल्ट्रा-लक्ज़री रोडस्टर जिसे पूरी तरह से विशेष रूप से डिजाइन किया गया है और केवल चार यूनिट्स बनाए जाएँगे। यही पहली कमिशंड यूनिट है। प्रेरणा और डिज़ाइन थीम इस कार का थीम है Black Baccara rose, एक … Read more