श्रेयस अय्यर की हालत में सुधार, लेकिन अभी ICU में भर्ती : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में लगी थी गंभीर चोट, BCCI ने दी हेल्थ अपडेट

श्रेयस अय्यर

भारतीय क्रिकेट टीम के उप-कप्तान श्रेयस अय्यर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच के दौरान लगी गंभीर चोट के बाद सिडनी के अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में रखा गया है, जहां उनकी हालत अब स्थिर लेकिन निगरानी में बताई जा रही है।

क्या हुआ था मैदान पर?

यह हादसा 25 अक्टूबर को सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले के दौरान हुआ। फील्डिंग करते समय श्रेयस अय्यर ने एलेक्स कैरी का शानदार कैच पकड़ने के लिए पीछे की ओर दौड़ लगाई, लेकिन असंतुलित होकर जोर से गिर पड़े। गिरने के दौरान उनकी बाईं पसलियों पर तेज चोट लगी, और कुछ देर बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द महसूस हुआ।

मैच खत्म होने से पहले ही टीम के फिजियो और डॉक्टरों ने उन्हें मैदान से बाहर ले जाकर प्राथमिक उपचार दिया। हालत गंभीर दिखने पर उन्हें तुरंत सिडनी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

ICU में भर्ती, इंटरनल ब्लीडिंग की पुष्टि

डॉक्टरों की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि श्रेयस की पसलियों के पास आंतरिक रक्तस्राव (Internal Bleeding) हो रहा है और उनकी स्प्लीन (तिल्ली) को भी हल्की चोट पहुंची है। इसके चलते उन्हें ICU में भर्ती किया गया, जहां विशेषज्ञ डॉक्टर लगातार निगरानी कर रहे हैं।

श्रेयस अय्यर

BCCI की मेडिकल टीम ने पुष्टि की है कि श्रेयस की हालत अब स्थिर है, लेकिन उन्हें अगले कुछ दिनों तक अस्पताल में रहना होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा — “श्रेयस की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है और वे सिडनी में ही मेडिकल टीम की देखरेख में रहेंगे।”

परिवार रवाना, टीम इंडिया चिंतित

श्रेयस अय्यर के माता-पिता ने अपने बेटे से मिलने के लिए तुरंत ऑस्ट्रेलिया जाने का निर्णय लिया है। उन्हें वीज़ा प्रक्रिया में प्राथमिकता दी गई है। टीम इंडिया के खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ लगातार अस्पताल से संपर्क में हैं। कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने भी अय्यर के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

BCCI का आधिकारिक बयान

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपनी वेबसाइट पर जारी मेडिकल अपडेट में कहा : “श्रेयस अय्यर को सिडनी में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेडिकल जांच में पसलियों के पास इंटरनल ब्लीडिंग की पुष्टि हुई है। उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है और बोर्ड की मेडिकल टीम स्थानीय विशेषज्ञों के साथ समन्वय कर रही है।”

वापसी में लग सकता है समय

सूत्रों के अनुसार, श्रेयस को पूरी तरह फिट होने में कम से कम 2 से 3 सप्ताह का समय लग सकता है। ऐसे में उनके अगले महीने शुरू होने वाली टी20 सीरीज़ में खेलने की संभावना फिलहाल कम मानी जा रही है।

फैंस की दुआएं सोशल मीडिया पर

श्रेयस अय्यर के अस्पताल में भर्ती होने की खबर के बाद #PrayForShreyas सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। फैंस और साथी खिलाड़ी लगातार उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।

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Historic Win in Sydney : कैसे Rohit-Kohli की जोड़ी ने Team India को दिलाई सम्मानजनक वापसी

Sydney

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज़ का आख़िरी मुकाबला 25 अक्टूबर 2025 को Sydney Cricket Ground (SCG) में खेला गया। सीरीज़ के पहले दो मैच हारकर भारत पहले ही ट्रॉफी गंवा चुका था। ऐसे में तीसरा वनडे सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि सम्मान बचाने के लिए जंग था। टीम के भीतर दबाव था, आलोचनाएँ चल रही थीं और सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे थे कि क्या यह टीम पुराने लय में लौट पाएगी? लेकिन इस रात, कहानी कुछ और ही लिखी जानी थी।

ऑस्ट्रेलिया की पारी: राणा की धार ने पलटा खेल

टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। शुरुआती कुछ ओवरों में David Warner और Travis Head ने तेज़ शुरुआत दी, लेकिन जल्द ही युवा तेज़ गेंदबाज़ हर्षित राणा ने अपने स्पेल से ऑस्ट्रेलियाई लाइन-अप को हिला दिया। राणा ने अपने 9.1 ओवर में सिर्फ 38 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट झटके — जिनमें Warner, Maxwell, Carey और Starc जैसे नाम शामिल थे।

बीच में Marnus Labuschagne और Steve Smith ने कुछ देर टिककर साझेदारी बनाई, पर भारतीय गेंदबाज़ों की सधी हुई लाइन-लेंथ के आगे ऑस्ट्रेलिया 49.1 ओवर में 236 रनों पर सिमट गया। मैदान पर हर्षित राणा की फायर और मोहम्मद सिराज की सटीक गेंदबाज़ी ने विरोधियों को बड़ा स्कोर बनाने नहीं दिया। भारतीय खेमे में अब उम्मीद जगी थी — यह स्कोर हासिल किया जा सकता है।

Sydney

भारत की बल्लेबाज़ी: रोहित का शतक और कोहली की क्लासिक साझेदारी

भारतीय पारी की शुरुआत शुभमन गिल और रोहित शर्मा ने की। गिल 24 रन बनाकर जल्दी पवेलियन लौट गए। लेकिन इसके बाद मैदान पर उतरे विराट कोहली। यहीं से मैच का मूड बदल गया।

रोहित शर्मा ने कप्तान के रूप में जिम्मेदारी संभाली और कोहली के साथ मिलकर साझेदारी की नींव रखी। दोनों खिलाड़ियों ने शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ों को समझदारी से खेला और धीरे-धीरे अपनी क्लास दिखानी शुरू की। जहां रोहित ने अपने शॉट्स में ताकत और टाइमिंग का बेहतरीन तालमेल दिखाया, वहीं कोहली की इनिंग में ग्रेस और कंट्रोल नजर आया।

दोनों के बीच 168 रनों की अटूट साझेदारी बनी। जैसे-जैसे रन आगे बढ़ते गए, सिडनी की गूंज “Ro-Ko! Ro-Ko!” के नारों से भरती चली गई। आखिर में विराट कोहली ने चौका लगाकर टीम इंडिया को 38.3 ओवर में जीत दिलाई। भारत ने 9 विकेट से यह मैच अपने नाम किया।

रोहित शर्मा के रिकॉर्ड्स की बरसात

इस मैच में रोहित शर्मा का बल्ला नहीं, मानो इतिहास बोल रहा था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपना 6वां वनडे शतक लगाया, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ का सर्वाधिक है। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने विराट कोहली और कुमार संगकारा जैसे दिग्गजों का रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया।

रोहित ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपने 1500 रन पूरे कर लिए, जिससे उन्होंने सचिन तेंदुलकर का भी पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह उनके वनडे करियर का 33वां शतक था — और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका 9वां शतक।

इतना ही नहीं, रोहित शर्मा ने इस मैच में अपने 100 ODI कैच पूरे किए और SENA देशों (South Africa, England, New Zealand, Australia) में एक विज़िटिंग बैटर के तौर पर सबसे ज्यादा छक्के लगाने का नया रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।

मैच और सीरीज का सार

सीरीज़ भले ही ऑस्ट्रेलिया 2-1 से जीत गया, लेकिन आख़िरी मुकाबला भारत के लिए “सम्मान की वापसी” बन गया। भारत ने 237 रनों का लक्ष्य 9 विकेट शेष रहते हासिल किया। हर्षित राणा की घातक गेंदबाज़ी और रोहित-कोहली की शानदार साझेदारी ने इस मैच को ऐतिहासिक बना दिया।

रोहित शर्मा को “प्लेयर ऑफ द मैच” और “प्लेयर ऑफ द सीरीज” दोनों का खिताब मिला। उनके नेतृत्व में टीम ने साबित किया कि हार के बीच भी आत्मविश्वास बनाए रखना ही असली जीत है।

आज की जीत क्यों खास थी

यह जीत सिर्फ एक मैच का परिणाम नहीं थी; यह उस जज़्बे का प्रतीक थी जो भारतीय क्रिकेट को बार-बार नई ऊँचाइयों तक पहुँचाता है। आलोचनाओं के बीच रोहित-कोहली की साझेदारी ने टीम को दिखाया कि अनुभव और क्लास मिलकर किसी भी दबाव को मात दे सकते हैं।

यह मैच भारतीय क्रिकेट के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। ड्रेसिंग रूम में मुस्कानें लौटीं, सोशल मीडिया पर फैंस ने राहत की सांस ली, और हर भारतीय ने गर्व से कहा — “टीम इंडिया अभी भी नंबर वन है!”

सिडनी की इस रात ने एक बार फिर साबित किया कि भारतीय क्रिकेट की रीढ़ अब भी मज़बूत है। रोहित शर्मा और विराट कोहली की साझेदारी ने केवल जीत नहीं दिलाई, बल्कि आने वाले टूर्नामेंट्स के लिए आत्मविश्वास का इंजेक्शन भी दिया। यह जीत याद दिलाती है कि खेल में असली जीत सिर्फ स्कोरबोर्ड पर नहीं, बल्कि हौसले, एकजुटता और विश्वास में होती है।

क्या आपको लगता है कि Rohit-Kohli की यह जोड़ी आने वाले वर्ल्ड कप में भी Team India को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकती है?
अपने विचार नीचे ज़रूर बताएं।

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सेना का ‘Golden Boy’ नीरज चोपड़ा बने लेफ्टिनेंट कर्नल — रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खुद लगाए वर्दी पर सितारे

नीरज चोपड़ा

भारत के स्टार एथलीट और ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। बुधवार, 22 अक्टूबर 2025 को उन्हें भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से सम्मानित किया गया। राजधानी दिल्ली के साउथ ब्लॉक में हुए इस विशेष समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने खुद नीरज चोपड़ा की वर्दी पर सितारे लगाए।

इस मौके पर समारोह में गर्व और देशभक्ति का अनोखा माहौल था। रक्षा मंत्री ने नीरज को बधाई देते हुए कहा, “नीरज चोपड़ा सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि देश की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने साबित किया है कि अनुशासन, मेहनत और देश के प्रति समर्पण से कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है।”

हरियाणा के गांव से सेना की वर्दी तक का सफर

नीरज चोपड़ा की कहानी देश के हर युवा के लिए मिसाल है। हरियाणा के पानीपत जिले के खांदरा गांव में जन्मे नीरज ने बचपन से ही खेलों में रुचि दिखाई। साल 2016 में उन्होंने राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट में नायब सूबेदार के रूप में भारतीय सेना ज्वॉइन की थी। टोक्यो ओलंपिक 2020 में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद उन्हें सूबेदार के पद पर प्रमोट किया गया। अब, उनकी असाधारण उपलब्धियों और देश के लिए उनके योगदान को देखते हुए, उन्हें मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक प्रदान की गई है। यह पद 16 अप्रैल 2025 से प्रभावी माना जाएगा।

नीरज चोपड़ा की उपलब्धियाँ जो दिलों में बस गईं

नीरज आज सिर्फ भारत नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में जेवलिन थ्रो के ‘किंग’ के नाम से जाने जाते हैं।

नीरज चोपड़ा

 

उनके अब तक के बड़े कारनामे इस प्रकार हैं:

  • टोक्यो ओलंपिक 2020 : स्वर्ण पदक
  • पेरिस ओलंपिक 2024 : रजत पदक
  • विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 : स्वर्ण पदक
  • एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स : स्वर्ण पदक

इन जीतों ने नीरज को भारतीय खेल इतिहास में अमर कर दिया है। उनके हर थ्रो में केवल ताकत ही नहीं, बल्कि पूरे देश का गर्व झलकता है।

क्या है टेरिटोरियल आर्मी की मानद रैंक?

टेरिटोरियल आर्मी (TA) भारतीय सेना की एक विशेष इकाई है, जिसमें नागरिक अपने नियमित पेशे को जारी रखते हुए देश की रक्षा में योगदान दे सकते हैं।मानद रैंक उन लोगों को दी जाती है जिन्होंने अपने क्षेत्र में देश का नाम ऊँचा किया हो।

इससे पहले भी कई मशहूर हस्तियों को यह सम्मान मिल चुका है :

  • महेंद्र सिंह धोनी (मानद लेफ्टिनेंट कर्नल)
  • कपिल देव
  • अभिनेता मोहनलाल

अब इस गौरवशाली सूची में नीरज चोपड़ा का नाम भी जुड़ गया है, नीरज चोपड़ा ने कहा – “यह सिर्फ मेरा नहीं, हर भारतीय का सम्मान है” सम्मान मिलने के बाद नीरज चोपड़ा ने भावुक होकर कहा, “यह रैंक सिर्फ मेरी मेहनत का नतीजा नहीं, बल्कि हर उस भारतीय का सम्मान है जिसने मेरे हर कदम पर मेरा साथ दिया। सेना की वर्दी पहनना हमेशा गर्व की बात होती है।”

कार्यक्रम में दिखा गौरव का नजारा

समारोह के दौरान नीरज चोपड़ा वर्दी में बेहद गर्वित नजर आए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनके कंधों पर सितारे लगाए, जबकि सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उन्हें सलामी दी। सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो गए — लोग उन्हें “भारत का असली हीरो” और “गर्व का प्रतीक” बता रहे हैं।

एक एथलीट से सैनिक तक — नीरज की नई पहचान

नीरज चोपड़ा अब सिर्फ खेल के मैदान के हीरो नहीं, बल्कि सेना के भी गौरव हैं। उनकी यह नई पहचान देश के युवाओं को यह संदेश देती है कि “चाहे मैदान खेल का हो या देश की सेवा का — जुनून और अनुशासन से हर सपना पूरा किया जा सकता है।”

नीरज चोपड़ा की यह उपलब्धि न केवल भारतीय खेलों के लिए बल्कि भारतीय सेना के लिए भी गर्व का पल है। यह सम्मान एक ऐसे युग का प्रतीक है जहां खेल और देशभक्ति एक ही दिशा में साथ चल रहे हैं।

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Retirement Alert from ODI – Virat Kohli के gloves gesture ने खड़े किए सवाल

Virat Kohli

भारत के बैटिंग maestro Virat Kohli इस वक्त ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बेहद चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। एडिलेड में खेले गए दूसरे वनडे में लगातार दो बार शून्य (duck) पर आउट होने के बाद उनके रिटायरमेंट की अटकलें तेज हो गई हैं।

क्या Kohli वनडे से संन्यास लेने वाले हैं?

Kohli ने पहले ही टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदा ली है। अब वनडे में उनकी निराशाजनक फॉर्म और पवेलियन लौटते वक्त किया गया हाथ उठाने वाला gesture सोशल मीडिया पर ‘Goodbye’ संकेत माना जा रहा है।  उनका अगला मुकाबला — तीसरा वनडे — संभवतः उनकी वनडे करियर की निर्णायक कड़ी हो सकता है।

दर्शकों की प्रतिक्रिया: भावनाओं का सैलाब

जहाँ कुछ फैंस भावुक होकर कह रहे हैं, “अगर कोहली वैसे ही संन्यास ले गए तो क्रिकेट देखना बंद कर दूँगा”, वहीं सोशल मीडिया पर उनके gloves-उठाने का वीडियो वायरल हो गया है, जिसे विदाई का भाव माना जा रहा है।

BCCI और एक्सपर्ट का रुख

Board of Control for Cricket in India (BCCI) ने अब तक संन्यास की अफवाहों को खारिज किया है और कहा है कि उनका निर्णय ठीक-ठीक पता चलने पर सार्वजनिक किया जाएगा। उपाध्यक्ष Rajiv Shukla ने स्पष्ट किया है कि कोहली अभी वनडे टीम का हिस्सा हैं और जल्दबाजी नहीं की जाएगी।

Virat Kohli

क्या 2027 वर्ल्ड कप ऐसे खोएगा?

Kohli और Rohit Sharma दोनों ने पहले इच्छा जताई थी कि 2027 के वनडे विश्व कप में खेलना चाहते हैं। लेकिन लगातार फ्लॉप प्रदर्शन और सवालों से घिरी स्थिति ने यह सपना अधूरा रहने का डर बना दिया है।

करियर की झलक

17 साल से चल रहे वनडे करियर में पहली बार दो मैचों में लगातार डक दर्ज किया गया।  ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड ओवल पर विदेशी पिच पर अब तक उनके प्रदर्शन शानदार रहे हैं; लेकिन इस हार ने सवाल खड़े कर दिए हैं। करियर में कई महान रिकॉर्ड दर्ज कर चुके हैं, लेकिन अब उन्हें खुद साबित करना होगा कि भविष्य भी वैसा ही उज्ज्वल है।

दर्शकों के सवाल

  • क्या Kohli एडिलेड में अपना आखिरी वनडे खेल चुके हैं?
  • BCCI कब तक कोई आधिकारिक घोषणा करेगा?
  • क्या उनका बॉडी लैंग्वेज वास्तव में विदाई का संकेत था?
  • 2027 वर्ल्ड कप के लिए टीम में उनकी जगह सुरक्षित होगी या नहीं?

सबकी निगाहें सिडनी वनडे पर

Kohli का अगला और संभवतः अंतिम वनडे मुकाबला 25 अक्टूबर को सिडनी में होने जा रहा है। क्या उस मैच के बाद वे वनडे से भी विदा लेंगे, या दर्शकों के मन में अपना स्थान फिर से पक्का करेंगे—यही अब करोड़ों भारतीयों के मन में एक सवाल है।

आपका क्या विचार है? क्या Virat Kohli को अब संन्यास ले लेना चाहिए या उन्हें एक आखिरी मौका मिलना चाहिए? कमेंट में ज़रूर बताएं।

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विराट कोहली का रिकॉर्ड टूटा – इस महिला बल्लेबाज़ ने सबसे तेज़ 5000 वनडे रन बनाकर किया असंभव को संभव

विराट कोहली

12 अक्टूबर 2025 को, भारत-ऑस्ट्रेलिया महिला विश्व कप मुकाबले में स्मृति मंधाना ने अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी छलाँग लगाई। विशाखापत्तनम में 80 रन की शानदार पारी के साथ उन्होंने सिर्फ 112 पारियों में 5000 वनडे रन पूरे कर लिए — और इस क्रम में विराट कोहली के 114 पारियों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।  यह उपलब्धि महिला क्रिकेट के लिए मात्र एक आंकड़ा नहीं, बल्कि बदलाव का प्रतीक बन गई है।

रिकॉर्ड्स का सफर:

मंधाना ने इस मैच तक अपने वनडे करियर में 13 शतक और 33 अर्धशतक दर्ज किए थे, औसत अंदाज़ से 47.37 के आसपास रहा था।  खास बात यह है कि इस क्रम में वह महिला या पुरुष, किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ से सबसे तेज़ (112 पारियाँ) 5000-रन क्लब में आईं।

विराट कोहली

साथ ही उन्होंने इस ही वर्ष में एक और इतिहास रचते हुए, एक कैलेंडर वर्ष के भीतर 1000 ODI रन का विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित किया।

महिला क्रिकेट का नया युग

मंधाना का ये सफर सिर्फ व्यक्तिगत नहीं — यह पूरे महिला क्रिकेट की दिशा-दर्शक कहानी है। अब महिला क्रिकेट सिर्फ ‘साइडलाइन स्पोर्ट’ नहीं, बल्कि ग्लोबल लेवल पर प्रतिस्पर्धा करने वाला मुख्यधारा का हिस्सा बनती नजर आ रही है। देश ने अब देखा है कि मैदान में जांबाज़ी, आंकड़े और छाप महिला खिलाड़ियों में भी उतनी ही गहरी हो सकती है।

उन्होंने कहा: “यह रिकॉर्ड सिर्फ मेरा नहीं, हर उस लड़की का है जो मेहनत, जुनून और हौसले के साथ मैदान पर उतरती है।”

आगे क्या? लक्ष्य और आशाएँ

अब सवाल यह नहीं है कि मंधाना ने क्या किया — बल्कि यह है कि वो अब 6000, 7000 रन के अगले लक्ष्य की ओर कैसे बढ़ेंगी। भारत की महिला टीम के लिए यह समय है कि इस मोमेंटम को बनाए रखें और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पकड़ और मज़बूत करें। क्रिकेट बिरादरी, फैंस और मीडिया ने मंधाना की इस कामयाबी को जोरदार सलामी दी है — क्योंकि यह सिर्फ एक बल्लेबाज़ का रिकॉर्ड नहीं, बल्कि भारतीय खेल संस्कृति में बदलाव का मील का पत्थर है।

स्मृति मंधाना ने 12 अक्टूबर 2025 को सिर्फ एक आंकड़ा पूरा नहीं किया — उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर महिला खिलाड़ियों की आवाज़ को और ऊँचा रखा। यह पल गर्व का है, प्रेरणा का है, और आने वाले समय की उम्मीद का है। हर बार जब रणजीवी पिच पर बल्ला खेले, मंधाना का ये सफर याद आएगा — “हार्ड वर्क + टैलेंट = हिस्ट्री।”

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बारिश से प्रभावित मैच में दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को 10 विकेट से हराया, सेमीफाइनल की राह हुई पक्की

दक्षिण अफ्रीका

आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 में सह-मेजबान श्रीलंका का हार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए बारिश से बाधित मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को 10 विकेट से हराकर सेमीफाइनल की अपनी राह लगभग पक्की कर ली है।

बारिश के कारण यह मुकाबला डकवर्थ-लुईस (DLS) प्रणाली के तहत खेला गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका की टीम मात्र 102 रन पर ऑल आउट हो गई। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने लक्ष्य को बिना कोई विकेट खोए आसानी से हासिल कर लिया और टूर्नामेंट में अपनी चौथी जीत दर्ज की।

मैच की प्रमुख बातें:

  • मैच बारिश से प्रभावित रहा और DLS नियम लागू किया गया।

  • श्रीलंका की पूरी टीम 102 रन पर सिमट गई।

  • दक्षिण अफ्रीका ने बिना कोई विकेट खोए लक्ष्य हासिल कर लिया।

  • जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका 8 अंकों के साथ अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुँच गई।

  • इस हार से श्रीलंका की सेमीफाइनल की उम्मीदें समाप्त हो गईं।

दक्षिण अफ्रीका की मजबूत स्थिति

यह दक्षिण अफ्रीका का टूर्नामेंट का पांचवां मुकाबला था, जिसमें टीम ने चार जीत हासिल कर ली हैं। इस प्रदर्शन के साथ दक्षिण अफ्रीका का सेमीफाइनल में पहुंचना लगभग तय माना जा रहा है।

दक्षिण अफ्रीका

श्रीलंका की निराशाजनक प्रदर्शन

सह-मेजबान होने के बावजूद श्रीलंका टीम लगातार कमजोर प्रदर्शन कर रही है। इस हार के बाद टीम पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ उन देशों की सूची में शामिल हो गई है, जिनकी सेमीफाइनल की दौड़ समाप्त हो चुकी है।

पिछली भिड़ंत

गौरतलब है कि इससे पहले, 2 मई 2025 को खेले गए ट्राई सीरीज़ के मैच में श्रीलंका ने दक्षिण अफ्रीका को 5 विकेट से हराया था। उस मैच में हर्षिता ने शानदार 77 रनों की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई थी। लेकिन विश्व कप के इस अहम मुकाबले में श्रीलंका उसी लय को दोहरा नहीं सका।

निष्कर्ष

बारिश से प्रभावित इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने अपने हरफनमौला प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि वह इस विश्व कप की सबसे संतुलित टीमों में से एक है। वहीं श्रीलंका के लिए यह हार टूर्नामेंट से बाहर होने का संकेत बन गई।

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पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक में तीन अफगान क्रिकेटरों की मौत — खेल के मैदान से लौटे, बारूद में खो गए सपने

एयरस्ट्राइक

अफगानिस्तान से एक दर्दनाक खबर आई है। पाकिस्तान की कथित एयरस्ट्राइक में तीन युवा अफगान क्रिकेटरों की मौत हो गई। ये वो खिलाड़ी थे, जो कुछ घंटे पहले तक गेंद और बल्ले से खेल के मैदान में थे — और लौटते वक्त बारूद की आग में समा गए। घटना शुक्रवार शाम की है। अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के उरगुन ज़िले में पाकिस्तान की तरफ से किए गए हवाई हमले में कबीर (उर्फ कबीर आघा), सिबघतुल्लाह और हारून नाम के तीन क्रिकेटरों समेत कुल आठ लोग मारे गए। ये सभी एक स्थानीय क्रिकेट मैच खेलकर शराना से घर लौटे थे। परिवार और दोस्तों के साथ बैठकर जीत का जश्न मनाने ही लगे थे कि ऊपर से मौत बरस पड़ी।

“हमले के वक्त बच्चे खेल रहे थे…”

स्थानीय लोगों के मुताबिक, हमला इतना अचानक था कि कोई संभल नहीं पाया। चंद सेकंडों में पूरा इलाका राख हो गया। “हमले के वक्त बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे, कबीर और उसके साथी बस कुछ ही दूर थे। धुआं उठा तो सब खत्म हो चुका था,” — एक चश्मदीद ने स्थानीय मीडिया को बताया।

ACB का गुस्सा — “पाकिस्तान की कायराना हरकत”

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इस हमले को “पाकिस्तान की कायराना हरकत” बताया है। बोर्ड ने ऐलान किया कि अफगानिस्तान अब पाकिस्तान में होने वाली नवंबर की त्रिकोणीय T20 सीरीज़ (पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ) में हिस्सा नहीं लेगा। “यह हमला सिर्फ क्रिकेटरों पर नहीं, अफगानिस्तान की खेल आत्मा पर हमला है,” — ACB का बयान।

राशिद खान और मोहम्मद नबी भी टूटे

अफगानिस्तान के स्टार ऑलराउंडर राशिद खान ने सोशल मीडिया पर लिखा “यह हमला अमानवीय और बर्बर है। हमारे क्रिकेटर सिर्फ खिलाड़ी नहीं थे, वे देश की उम्मीद थे। हमारी गरिमा सबसे ऊपर है।” वहीं पूर्व कप्तान मोहम्मद नबी ने कहा, “हमने अपने भाई, साथी और भविष्य के सितारों को खो दिया है। यह पूरा अफगान क्रिकेट परिवार के लिए शोक का दिन है।”

एयरस्ट्राइक

कौन थे ये तीन क्रिकेटर?

कबीर (कबीर आघा) : उरगुन का रहने वाला, टॉप ऑर्डर बल्लेबाज, जो अपनी आक्रामक शैली के लिए मशहूर था।

सिबघतुल्लाह : तेज़ गेंदबाज, जिसने हाल ही में क्षेत्रीय टूर्नामेंट में अपनी गेंदों से सबको चौंकाया था।

हारून : एक युवा ऑलराउंडर, जो क्रिकेट के साथ-साथ बच्चों को कोचिंग भी देता था।

तीनों ही खिलाड़ी अब उस सपने का हिस्सा बन गए हैं, जो अधूरा रह गया।

एयरस्ट्राइक

सीमा पर बढ़ता तनाव

यह हमला उस वक्त हुआ जब अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव पहले से ही चरम पर है। दोनों देशों के बीच हाल में हुई झड़पों के बाद 48 घंटे का सीज़फायर घोषित किया गया था, जिसे इस हमले ने तोड़ दिया। पाकिस्तान का दावा है कि उसने हाफ़िज़ गुल बहादुर ग्रुप पर निशाना साधा था, लेकिन अफगानिस्तान का कहना है कि मारे गए लोग आम नागरिक और खिलाड़ी थे।

“खेल कभी राजनीति का शिकार नहीं होना चाहिए” अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत ने भी इस हमले की निंदा की है। ICC और कई क्रिकेट बोर्ड्स ने बयान जारी कर कहा — “क्रिकेट शांति का प्रतीक है। खिलाड़ियों को युद्ध की आग में नहीं झोंका जा सकता।”

एक अधूरा सपना, जो राख में बदल गया

कबीर, सिबघतुल्लाह और हारून जैसे खिलाड़ी उस पीढ़ी से थे जो युद्ध के बीच भी क्रिकेट को उम्मीद की तरह जी रहे थे। लेकिन अब उनके बल्ले और बॉल वहीं पड़े हैं — उस ज़मीन पर, जहाँ एक वक्त खेल की आवाज़ गूंजती थी, और अब सिर्फ सन्नाटा है।

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भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया : क्या यह विराट कोहली और रोहित शर्मा की आखिरी ODI सीरीज़ होगी?

भारत

ऑस्ट्रेलिया में शुरू होने वाली भारत-ऑस्ट्रेलिया की तीन मैचों की वनडे सीरीज़ से पहले सबसे बड़ा सवाल यही है — क्या यह विराट कोहली और रोहित शर्मा की आखिरी ODI सीरीज़ हो सकती है? दोनों खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर सोशल मीडिया और क्रिकेट हलकों में अटकलों का दौर तेज़ हो गया है। जबकि BCCI ने इस पर किसी तरह की पुष्टि नहीं की है, कई क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि यह शायद दोनों दिग्गजों का वनडे क्रिकेट में आखिरी बड़ा दौरा साबित हो सकता है।

उम्र और समय का संकेत

36 साल के विराट कोहली और 38 साल के रोहित शर्मा अब भारतीय क्रिकेट के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। दोनों ने इस साल की शुरुआत में टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेकर अपने करियर का बड़ा हिस्सा वनडे फॉर्मेट पर केंद्रित कर दिया था। लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर अब यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि वे 2027 में होने वाले अगले वनडे विश्व कप तक खेल पाएंगे या नहीं।

क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह ऑस्ट्रेलिया दौरा किसी “ट्रांजिशन पीरियड” की शुरुआत हो सकता है, जहाँ भारत की कमान युवा कप्तान शुभमन गिल के हाथों में है, और कोहली-रोहित अनुभव साझा करने की भूमिका में दिखेंगे।

भारत

नई कप्तानी, नया युग

यह पहला मौका होगा जब विराट कोहली और रोहित शर्मा किसी युवा कप्तान के नेतृत्व में वनडे खेलेंगे। शुभमन गिल, जिन्हें BCCI ने नई सोच और नई दिशा के साथ टीम का कप्तान बनाया है, ने कहा है कि “विराट भाई और रोहित भाई जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलना मेरे लिए सीखने जैसा है। उनकी मौजूदगी टीम को मजबूती देती है।” बात भले सकारात्मक लगे, लेकिन इसे क्रिकेट सर्किल में एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है — कि भारत अब धीरे-धीरे अगली पीढ़ी की ओर बढ़ रहा है।

BCCI और कोच का रुख

रिटायरमेंट की चर्चाओं के बीच, BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इन अटकलों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, “यह कहना बिल्कुल गलत है कि यह उनकी आखिरी ODI सीरीज़ होगी। यह फैसला केवल खिलाड़ी ही करेंगे, बोर्ड नहीं।” वहीं, टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने इस सवाल पर चुप्पी साधी है। उन्होंने कहा कि फिलहाल फोकस सिर्फ सीरीज़ जीतने पर है, भविष्य को लेकर कोई निर्णय बाद में लिया जाएगा।

इस अनिश्चितता ने अटकलों को और हवा दी है।

सात महीने बाद वापसी

कोहली और रोहित दोनों लगभग सात महीने के अंतराल के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं। दोनों आखिरी बार मार्च 2025 में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में दिखाई दिए थे, जहाँ भारत ने न्यूजीलैंड को हराया था। BCCI द्वारा जारी हालिया वीडियो में दोनों खिलाड़ियों को नेट्स में ज़ोरदार अभ्यास करते हुए देखा गया — जिसने फैंस में उत्साह बढ़ा दिया है। सोशल मीडिया पर कोहली की पोस्ट, जिसमें उन्होंने लिखा “One last dance, maybe.” ने इस पूरे माहौल को और भावुक बना दिया है।

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ऑस्ट्रेलिया दौरे का कार्यक्रम

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह तीन मैचों की सीरीज़ 19 अक्टूबर से पर्थ में शुरू होगी। दूसरा मैच 23 अक्टूबर को एडिलेड और तीसरा और आखिरी मुकाबला 25 अक्टूबर को सिडनी में खेला जाएगा। यह दौरा न सिर्फ वनडे सीरीज़ के लिहाज से अहम है, बल्कि इसके बाद होने वाली पांच मैचों की टी20 सीरीज़ के लिए भी तैयारी मानी जा रही है, जो 2026 T20 वर्ल्ड कप की दिशा तय करेगी।

दोनों का रिकॉर्ड और प्रभाव

ऑस्ट्रेलियाई सरज़मीं पर कोहली और रोहित दोनों के आँकड़े ग़ज़ब के हैं —

विराट कोहली : 29 पारियों में 51 से अधिक की औसत से 1,327 रन, जिनमें 5 शतक शामिल हैं।

रोहित शर्मा : 46 पारियों में 2,407 रन और 8 शतक, औसत 57.30।

दोनों ही बल्लेबाज न सिर्फ भारत के लिए बल्कि विश्व क्रिकेट के लिए “क्लासिक ODI खिलाड़ियों” की मिसाल माने जाते हैं — जिनकी बल्लेबाजी में तकनीक, धैर्य और आक्रामकता का अद्भुत संतुलन है।

फैंस की भावनाएँ और भविष्य की उम्मीद

चाहे यह उनकी आखिरी सीरीज़ हो या नहीं, भारतीय फैंस इस बात से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं। सोशल मीडिया पर “#ThankYouVirat” और “#RohitForever” जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं। कई फैंस का कहना है कि अगर यह दोनों खिलाड़ियों की आखिरी ODI सीरीज़ है, तो वे इसे यादगार बनाना चाहेंगे — जीत के साथ। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि दोनों खिलाड़ी 2027 विश्व कप तक खेलने की इच्छा रखते हैं, लेकिन यह उनके फिटनेस और फॉर्म पर निर्भर करेगा।

एक युग का संभावित अंत

भारत के लिए विराट कोहली और रोहित शर्मा सिर्फ खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक पूरा युग हैं — जिन्होंने पिछले दशक में भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया। अगर यह सीरीज़ वाकई उनका वनडे क्रिकेट में आखिरी सफर साबित होती है, तो यह क्रिकेट जगत के लिए भावनात्मक पल होगा। फिलहाल, सभी निगाहें पर्थ में 19 अक्टूबर को होने वाले पहले मुकाबले पर टिकी हैं — जहाँ शायद इतिहास खुद को लिखते हुए देखेगा।

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10 विकेट की तूफानी जीत : ऑस्ट्रेलिया की धमाकेदार प्रदर्शन से भारत की राह हुई मुश्किल

ऑस्ट्रेलिया

आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 में शुक्रवार को खेले गए एक अहम मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने बांग्लादेश को 10 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। इस धमाकेदार जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया न सिर्फ अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है, बल्कि भारत के लिए अंतिम चार में पहुंचने का रास्ता और अधिक जटिल हो गया है।

ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का कहर

विशाखापत्तनम के मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने बांग्लादेश की बल्लेबाजी क्रम को पूरी तरह से धराशायी कर दिया। बांग्लादेश की शुरुआत बेहद खराब रही और टीम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाती रही। स्पिनर अलाना किंग ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए चार मेडन ओवर फेंके और मात्र 18 रन देकर दो विकेट हासिल किए। वहीं एश्ले गार्डनर, एनाबेल सदरलैंड और जॉर्जिया वॉरहम ने भी अपने हिस्से के दो-दो विकेट झटके।

ऑस्ट्रेलिया की सटीक गेंदबाजी के सामने बांग्लादेश की टीम 42.3 ओवर में सिर्फ 188 रन ही बना सकी। बांग्लादेश की ओर से सोभना मोस्टारी ने 66 रनों की जुझारू पारी खेली और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

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हीली की तूफानी शतकीय पारी

लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बल्लेबाजी का दमखम दिखाया। कप्तान एलिसा हीली ने शानदार फॉर्म जारी रखते हुए महज 73 गेंदों में शतक जड़ दिया। उनकी पारी में चौकों और छक्कों की बरसात देखने को मिली, जिससे उन्होंने बांग्लादेशी गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।

हीली ने 113 रनों की नाबाद पारी खेली, जबकि उनकी ओपनिंग पार्टनर फोएबे लिचफील्ड ने भी 84 रन बनाकर शानदार सहयोग दिया। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर 189 रनों की अटूट साझेदारी कर टीम को सिर्फ 26.2 ओवर में लक्ष्य तक पहुंचा दिया।

भारत के लिए बढ़ी मुश्किलें

ऑस्ट्रेलिया की इस जीत के बाद भारत के लिए सेमीफाइनल में पहुंचने की चुनौती और कठिन हो गई है। भारत को अब अपने बचे हुए सभी मैचों में जीत दर्ज करनी होगी और साथ ही अन्य टीमों के नतीजों पर भी नजर रखनी पड़ेगी। वर्तमान अंक तालिका में ऑस्ट्रेलिया शीर्ष पर है, जबकि इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमें भी मजबूत स्थिति में हैं।

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भारतीय टीम का अगला मुकाबला इंग्लैंड से है, जो सेमीफाइनल की दौड़ में निर्णायक साबित हो सकता है। कप्तान हरमनप्रीत कौर और टीम को अब बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा ताकि सेमीफाइनल की उम्मीदें बरकरार रहें।

निष्कर्ष

ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में एक बार फिर साबित किया कि वह महिला क्रिकेट में क्यों सबसे सफल टीमों में से एक है। गेंदबाजों की सटीक लाइन-लेंथ और बल्लेबाजों का आक्रामक प्रदर्शन उनके संतुलित खेल का प्रमाण है। बांग्लादेश के लिए यह मैच सीख लेने का मौका रहेगा, जबकि भारत के लिए यह नतीजा चेतावनी की तरह है – आगे की राह अब और कठिन हो गई है।

ऑस्ट्रेलिया की इस प्रचंड जीत ने सेमीफाइनल की तस्वीर को स्पष्ट कर दिया है, लेकिन भारत के प्रशंसक अब टीम से दमदार वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। आने वाले मैच अब “करो या मरो” की स्थिति में पहुंच चुके हैं।

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भारत ने वेस्टइंडीज को 2-0 से हराया, दिल्ली टेस्ट में 7 विकेट से शानदार जीत

टेस्ट

दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 7 विकेट से हराकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमाया। यह जीत टीम इंडिया के लिए कई मायनों में खास रही — युवा कप्तान शुभमन गिल की नेतृत्व क्षमता, बल्लेबाजों का दमदार प्रदर्शन … Read more