ई-कॉमर्स दिग्गज अमेज़ॅन ने एक बार फिर वैश्विक स्तर पर हजारों कर्मचारियों की छंटनी कर कॉर्पोरेट जगत को चौंका दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने 14,000 से 30,000 तक कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का निर्णय लिया है। हैरानी की बात यह है कि कई कर्मचारियों को टेक्स्ट मैसेज या ईमेल के ज़रिए ही नौकरी से निकाले जाने की सूचना दी गई।
यह कदम 2022-23 में हुई 27,000 कर्मचारियों की छंटनी के बाद अमेज़ॅन की अब तक की सबसे बड़ी कटौती मानी जा रही है।
छंटनी की वजह — AI और लागत में कटौती
अमेज़ॅन के अनुसार, यह फैसला कंपनी की AI (Artificial Intelligence) और ऑटोमेशन तकनीक को अपनाने की रणनीति का हिस्सा है। कंपनी अपने परिचालन खर्च को घटाकर दक्षता बढ़ाना चाहती है। साथ ही, महामारी के दौरान हुई ओवरहायरिंग यानी ज़रूरत से ज़्यादा भर्तियों को भी अब संतुलित किया जा रहा है।
हालांकि, कंपनी ने हाल ही में मुनाफे में भारी वृद्धि दर्ज की थी, ऐसे में यह छंटनी उद्योग जगत और कर्मचारियों के लिए चौंकाने वाली साबित हुई है।

भारत में भी असर
अमेज़ॅन की इस वैश्विक छंटनी का असर भारत में भी देखने को मिलेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में 800 से 1,000 कर्मचारियों की नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं। इसका असर खासकर फाइनेंस, मार्केटिंग, HR और टेक्नोलॉजी विभागों पर पड़ेगा।
टेक इंडस्ट्री में छंटनी की लहर
2025 में माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल और TCS जैसी कई कंपनियों द्वारा बड़े पैमाने पर छंटनी के बाद, अमेज़ॅन की यह घोषणा टेक सेक्टर में बढ़ती अस्थिरता को और गहरा कर रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह ट्रेंड दिखाता है कि AI के बढ़ते प्रभाव के चलते कई पारंपरिक नौकरियों का भविष्य अब अस्थिर होता जा रहा है।
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